रायगढ़

जनपद पंचायत धरमजयगढ़ में भ्रष्टाचार की एक और इबारत। यहाँ काम पहले होता है ,प्रस्ताव बाद में पास किया जाता है।

सिंहघोष/ असलम आलम खान धरमजयगढ़ – जनपद पंचायत मुख्यालय धरमजयगढ़ में एक अजीबों गरीब मामला सामने आया है। जिसे जानकर शायद आप सोचने पर मजबूर हो जायेंगे। धरमजयगढ़ के जनपद प्रांगण में अहाता निर्माण किया गया है.जो लगभग बन कर तैयार हो चूका है। और इस संबंध में दिनांक 10 जुलाई यानी आज सामान्य सभा की बैठक बुलाई गई है। बैठक हेतु जनपद पंचायत के सभी सदस्यों को पत्र के माध्यम से सूचना दी गई है।खबर है की उपरोक्त बैठक में 10-11 एजेन्डा पर चर्चा विचार विमर्श किया जायेगा। उन्ही में ये आठवाँ एजेन्डा जनपद पंचायत कार्यालय परिसर अहाता निर्माण जिसकी लागत 4.50 लाख रूपये की है। जिसे नियमतः जनपद पंचायत के सभी जनपद सदस्यों कि उपस्थिति में सामान्य सभा बैठक में प्रस्ताव पास किया जाना था। यहाँ गौर तलब है की ,आहाता निर्माण कार्य आचार सहिंता के दौरान अमल में लाया गया है. यही सब वजह है की जनपद के जिम्मेदारों पर अब आरोप के तीखे बाण चलने लगे हैं।
आरोप है की भ्रष्टाचार और कमिशन खोरी में संलिप्त अधिकारी और कर्मचारियों कि मिली भगत से अहाता को,बगैर सामान्य सभा मैं प्रस्ताव पास किए,उसे पहले ही तैयार कर कर लिया गया है। ऐसे में आसानी से समझा जा सकता है की आदिवासी विकास खण्ड धरमजयगढ़ के जनपद सदस्यों के साथ कितनी नाइंसाफी और छलावा हुआ है।
इस संबंध में जब जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के नव निर्वाचित जनपद अध्यक्ष – पुनीत राम राठिया से जानना चाहे तो उन्होंने कहा जनपद पंचायत में एक बिन्दु रहता है, प्रत्यासा उसके तहत उस कार्य को कराया गया है। और उस प्रत्यासा में स्वयं अध्यक्ष पुनीतराम ने हस्ताक्षर करना स्वीकार किया है।साथ ही अपनी सफाई में उनका यह भी कहना था, कि जनपद के पीछे जो जमीन हैं, उसमें अतिक्रमन किया जा रहा था। जिसे देखते हुए उपरोक्त अहाता निर्माण कार्य को किया गया है।
जनपद सीईओ आज्ञामणि पटेल ने बताया की यह निर्णय स्वयं जनपद अध्यक्ष पुनीत राम राठिया का है प्रत्यासा में उनके हस्ताक्षर उपरान्त ही आहाता निर्माण कराया गया है.10 जुलाई को इस सम्बन्ध में सभी बीडीसी की बैठक बुलाई गई है मीटिंग में प्रस्ताव पारित हो जायेगा.

दिलचस्प सवाल?
इस पूरे मसले पर सबसे दिलचस्प सवाल ये उठता है की अहाता निर्माण दिनांक 30.12.2019 को जिस वक़्त शुरू किया गया.उस समय पुनीतराम राठिया जनपद अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित हुए ही नहीं थे.तो आखिर अहाता निर्माण सम्बन्ध में प्रत्यासा पर उन्होंने हस्ताक्षर कैसे किया.कहीं भूत प्रेत ने अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठकर दस्तख्वत तो नहीं कर दिया.?यह एक दिलचस्प सवाल है जो बुद्धि जीवियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.उनका कहना है ना जाने ऐसे और कितने निर्माण कार्य बगैर प्रस्ताव के पास कर लिए गये ये गंभीरता से जांच का विषय है

वहीँ इस मामले पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष – मंदीप सिंह कोमल ने कहा कि, सामान्य सभा कि बैठक में प्रस्ताव पास किए बिना अहाता निर्माण का कार्य कराया गया है, जिसमें व्यापक पैमाने में भ्रष्टाचार किया गया है। जिसकी सूक्ष्म जांचकर दोषियों पर उचित एवं दण्डात्मक कार्यवाही होनी चाहिए।ताकि ऐसे भ्रष्टाचार मामले की पुनरावृत्ति ना हो.

ऐसे आलम में इस एजेंडे पर अब देखने वाली बात होगी की आज की बैठक में जनपद सदस्य क्या निर्णय लेते हैं।और ये मामला किस दिशा में अपना रुख अख्तियार करता है.न्याय होता है या हमेशा की तरह टांय टांय फिस्स ?

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