गजमार पहाड़ी का होगा इको पार्क और टूरिज्म हब के रूप में विकास, भूमि पूजन कर दी गई शुरुआत

रायगढ़। जिला मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक और आस्था का केंद्र गजमार पहाड़ी हनुमान धाम अब आधुनिक स्वरूप में विकसित होगा। इसे इको पार्क और इको टूरिज्म स्थल के रूप में तैयार करने की योजना पर काम शुरू कर दिया गया है। परियोजना के तहत पहाड़ी पर योग प्लेटफॉर्म, वॉच टॉवर, पांच पगोड़े, बच्चों के लिए खेल परिसर और श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए कैंटीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस विकास कार्य की शुरुआत वित्त मंत्री और स्थानीय विधायक ओपी चौधरी ने भूमि पूजन कर की। परियोजना के लिए 8 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई है। चौधरी ने कहा कि यह पहल केवल धार्मिक स्थल का जीर्णोद्धार नहीं है, बल्कि रायगढ़ के सांस्कृतिक, सामाजिक और पर्यटन विकास की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने गजमार पहाड़ी को रायगढ़ की शान बताते हुए कहा कि इसके विकसित होने से रायगढ़ पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान बनाएगा।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया
रायगढ़ नगर निगम के महापौर जीवर्धन चौहान ने कहा कि लंबे समय से लोगों की मांग थी कि पहाड़ मंदिर का जीर्णोद्धार हो, जो अब वित्त मंत्री के प्रयासों से संभव हो सका है। उन्होंने इको पार्क को स्थानीय जनसुविधा और पर्यटन की दृष्टि से अहम पहल बताया।
ओपी चौधरी ने भरोसा दिलाया कि गजमार पहाड़ी का विकास कार्य पूरी ईमानदारी और गुणवत्ता से किया जाएगा। उन्होंने जन सहयोग से हनुमान जी की भव्य मूर्ति निर्माण की घोषणा भी की और व्यक्तिगत रूप से 5 लाख रुपए का योगदान देने का संकल्प लिया। इसके साथ ही उन्होंने बाल समुंद तालाब के सौंदर्यीकरण, सड़क निर्माण, पार्किंग सुविधा और रिंग रोड जैसे प्रस्तावित कार्यों की भी जानकारी दी।
पर्यटन और स्वास्थ्य का केंद्र बनेगा गजमार पहाड़ी
डीएफओ अरविंद पीएम ने बताया कि श्रद्धालु और पर्यटक आसानी से पहाड़ी की चोटी तक पहुंच सकें, इसके लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। यहां वॉच टॉवर लगाया जाएगा, योग प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा, साथ ही बच्चों के लिए खेल स्थल और पांच पगोड़े भी तैयार किए जाएंगे।
सभी सुविधाओं के विकसित हो जाने के बाद गजमार पहाड़ी न केवल एक धार्मिक स्थल, बल्कि पर्यटन और स्वास्थ्य गतिविधियों का भी प्रमुख केंद्र बन जाएगी। यह परियोजना रायगढ़ के सांस्कृतिक और पर्यटन विकास में मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है।






