
होम्योपैथिक दवाइयों के विक्रेताओं और व्यापारीगण की न्यू दिल्ली में मीटिंग संपन्न हुई।
गुजरात के आनंद जिले के जानेमाने होमियोपैथिक डॉक्टर कमलेश मर्चेंट को नेशनल प्रेसिडेंट घोषित किया गया जो गुजरात और आनंद जिले के लिए बड़े गौरव की बात है।
सिंहघोष/दिल्ली-05.05.23- देश के सभी होमियोपैथिक दवाइयों के विक्रेताओं और व्यापारी गण के इतिहास में पहली बार न्यू दिल्ली में होटल वेस्ट एंड इन में मीटिंग का आयोजन किया गया था। जिसमें भारत देश के सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेश के साथ कुल मिलाकर 36 राज्यों के होमियोपैथिक दवा के विक्रेताओंने इस मिटिंगमे हिस्सा लिया और सब से विचार विमर्श के बाद सबने मिलकर एक राष्ट्रीय स्तर का संगठन स्थापित किया है।जिसका नाम है होमियोपैथिक केमिस्ट और ड्रगिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया।
मीटिंग में दूर दूर से आए सभी होमियोपैथिक के विक्रेताओं के आनंद और उत्साह के साथ सकारात्मक साथ सहकार की भावना से इस ऑल इंडिया लेवल के संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष (प्रेसिडेंट) के पद पर आनन्द के जानेमाने डॉक्टर कमलेश मर्चंट को नियुक्त किया गया ,जो आनन्द तहसील के साथ साथ गुजरात के लिए बड़े गौरव की बात है।
राष्ट्रीय स्तर के इस संगठन को चलाने के लिए सेक्रेटरी=SECRETARY के पद के लिए वेस्ट बंगाल से श्री अनिमेष बनर्जी को नियुक्त किया गया,
राष्ट्रीय स्तर के इस संगठन को निभाने के लिए खजानची=TREASURER के पद पर महाराष्ट्र से श्री राकेश द्विवेदी जी को नियुक्त किया गया,
संगठन को सही दिशा में आसानी से चलाने के लिए भारत देश की भौगोलिक विस्तार को ध्यान में रखते हुए उसे 8 अलग अलग अलग जोन=ZONE में बांटा गया है और इसमें सभी राज्यों का समावेश कर लिया गया।
राष्ट्रीय स्तर के इस संगठन सही दिशा में और खास तौर पर सफलता से चलाने के लिए और सभी राज्य से संपर्क रखने के लिए हर एक जोन=ZONE में एक उप प्रमुख=वाइस प्रेसिडेंटको भी नियुक्त किया गया।
एक संयुक्त सचिव जोइंट सेक्रेटरी=JOINT SECRETARY भी नियुक्त किया गया साथ ही साथ एक सहयोगी कोषाध्यक्ष=ASSOCISTE TREASURER भी नियुक्त किया गया और एक से अधिक होम्योपैथिक व्यापार के पुराने, ऊमर में अधिक और अनुभवी विक्रेताओं को सलाहकार समिति=ADVISORY BODY MEMBERS में नियुक्ति की गई है।
इस राष्ट्र स्तर के संगठन को स्थापित करने के पीछे उद्देश्य यह है की हर एक राज्य में अलग-अलग समस्याएं होमियोपैथी के व्यापार को लेकर है
उन सभी राज्यों की समस्याओं को राष्ट्र स्तर पर ले जाकर सरकार और होमियोपैथिक दवाओं के उत्पादकों के साथ भाईचारा बनाकर, सोच समझकर कायदे को ध्यान में रखते हुए उसका अच्छा और उत्तम समाधान लाना है।
ऐसा करने से उसका अमलीकरण भारतके सभी राज्यों में एक साथ होगा। वैसा होने पर होमियोपैथिक विक्रेताओं को बिजनेस करने में आसानी होगी और समाज में होमियोपैथी की जागरूकता और ज्ञान लाने का भी उद्देश है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग उसका उपयोग कर सके और होमियोपैथी दवाइयां समाज की अच्छी सेवा कर सके।