युवा भाजपा नेता गौतम अग्रवाल ने रायगढ़ जिले को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने केन्द्र सरकार को लिखा पत्र…।।

पोरथ धाम एवं गोमर्डा वन्यजीव अभ्यारण को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की उठी मांग।
सिंहघोष/रायगढ़.23.09.22. रायगढ़ में पर्यटन को विकसित करने के लिए कई जगह हैं। जिले के पोरथ धाम व गोमर्डा वन्यजीव अभ्यारण को पर्यटन स्थल बनाने की मांग वहां के स्थानीय लोगों की मंशा के अनुरूप भाजपा युवा नेता गौतम अग्रवाल ने केन्द्रिय मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली को पत्राचार कर मांग की है। जिससे ग्रामीणों के मुताबिक पर्यटन स्थल बनने से रोजगार के अवसर मिलेंगे। रायगढ़ छ.ग. राज्य का एक प्रमुख जिला व औद्योगिक हब बन चुका है। साथ ही रायगढ़ जिला उडीसा राज्य की सीमा पर स्थित होने के कारण सीमावर्ती राज्य से लोग घूमने आए, ऐसा विकसित पर्यटन क्षेत्र का अभाव या मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है।
गौतम अग्रवाल ने पत्र लिखकर केन्द्रिय मंत्री पर्यटन एवं सस्कृति मंत्रालय नई दिल्ली को अवगत कराया है कि छत्तीसगढ़ राज्य का रायगढ़ कला एवं संस्कृति की नगरी होेने के साथ – साथ यहां की सांस्कृतिक विरासत बहुत विशाल है हमारे रायगढ़ में राम झरना, पहाड़ मंदिर, मोती महल, केलो बांध, इको पार्क, इंदिरा विहार, राबो बांध, सिंघनपुर गुफा, बूढ़ी मांई मंदिर, त्रिवेणी संगम पोरथ धाम, गोमर्डा अभ्यारण, पंचधारी जलाशय, सपनई जलाशय, टीपाखोल जलाशय आदि अनेकानेक प्रमुख स्थल है जिनको पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा सकता है। गोमर्डा वन्यजीव अभ्यारण्य व पोरथ धाम अभावग्रस्त अवस्था के बावजूद हजारों की संख्या में पर्यटक, दर्शनार्थ, पिकनीक मनाने व घूमने के बहाने मनोरम स्थल होने के कारण इन जगहों पर आते है। जहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नही है। प्रमुख स्थलों के बारे में तथ्यात्मक जानकरी के साथ इसी अपेक्षा से मांग रखी गई कि पूरे जिलेवासियों को एक सुन्दर व विकसित पर्यटन क्षेत्र मिले साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार का अवसर भी प्राप्त हो।
उल्लेखनीय है कि गोमर्डा वन्यजीव अभ्यारण एक प्रमुख स्थल है। गोमर्डा अभ्यारण 278 स्क्वायर किलो मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां पर मुख्य आकर्षण जंगली भैसा है। गोमर्डा अभ्यारण के अंदर बहुत से दुर्लभ दर्शनीय स्थल,झरने, जलाशय, वन्यजीव में तेंदुआ, जंगली कुत्ते, जंगली बिल्ली, गौर, नीलगाय, संाभर, चीतल, बंदर, मोर, अजगर, कई प्रजाति की मछलियां एवं अनेक रंग बिरंगी चिड़ियां यहां पर देखने के लिए मिल जाती है।
इसी प्रकार त्रिवेणी संगम पोरथ धाम को विकसित करने के लिए अंचलवासी स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित शासन-प्रशासन को कई बार पत्राचार कर चूके है। किन्तु आज पर्यन्त कुछ भी हाथ नही आया। मकर संक्रांति मेला एवं अन्य पर्व उत्सव तीज त्यौहार में हजारों की संख्या में श्रद्धालु वहां पहुचकर पूजा अर्चना कर महानदी तट में बसे होने के कारण नदी तट का आनन्द लाभ भी लेते है। यदि पोरथ धाम में आधुनिक नाव, बच्चों के लिए झुले, गेस्ट हाउस आदि मूलभूत सुविधाओं से सौंदर्यीकरण कर मनोरम स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है।
भाजपा युवा नेता गौतम अग्रवाल ने केन्द्र सरकार से स्थानीय जनमानस की आशा व आकंक्षाओं के अनुरूप जिला रायगढ़ को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की मांग की है।