जमीन की हेराफेरी और अवैध प्लाटिंग का एक बड़ा मामला गोपालपुर से जुड़ा…।।

सिंघघोष/रायगढ़– शहर के कई वार्डो में अवैध प्लाटिंग और सरकारी जमीनों पर कब्जे की बात आपने पहले भी कई बार सुनी देखी होगी। मगर जमीन कारोबारियों की गिद्ध नजर से शहर से लगे ग्रामीण अंचलों में भी यह गैर कानूनी काम बुखबी किया गया है।
इस कड़ी में विजयपुर वार्ड से लगा गोपालपुर गांव का नाम सामने आया है। यहां के वयोवृद्ध और सम्मानीय ग्रामीण श्री सिदार अपनी लड़खड़ाती आवाज में बताते है कि अनुसार शहर के कुछ नामचीन जमीन कारोबारियों की लालची नजर हमारे गांव में वर्ष 2014-15 में ही पड़ गई थी।
उनमें कुछ नाम उन्होंने बताए जो आज भी चर्चे में हैं,इन नामों में गोविंद कॉपी,सुरेश,मुकेश,प्रमोद,सुनील और संजय,प्रमोद के नाम प्रमुख रहे है। इसके अलावा ग्राम गोपालपुर और उससे लगे तारपाली भिखारीमाल में जमकर अवैध प्लाटिंग का खेल चला। शहर का हर दूसरा तीसरा जमीन दलाल इस काल मे इन्ही गांवों के चक्कर काटते दिखता था। jcb और ट्रेक्टर के अलावा रोलर से जमीन फिलिग और समतलीकरण का काम भी जोरो पर था। उन्होंने बताया की सबसे बड़ा काम सुरेश, गोविंद और सुनील ने किया। उन्हीने अवैध प्लाटिंग के अलावा वन विभाग की जमीनों से हरे-भरे पेड़ भी बड़े पैमाने पर काटे ग्रामीणों ने विरोध भी किया और शिकायत भी की परन्तु नतीजा सिफर रहा। तत्कालीन सरपंच महेश कई बार शहरी जमीन दलालों को डांटते डपटते भी रहे।
अब बात पांच-छह साल पुरानी हो गई लेकिन जमीन कारोबारियों के द्वारा गांव का खराब कियॉ हुआ माहोल आज भी पटरी पर नही लौट पाया है।
इस तरह की कुछ बात एक अन्य ग्रामीण युवक ललित बताते है कि इन तीन चार लोगों ने कई जरूरतमंद किसानों की जमीनें बेहद कम कीमत पर उन्हें स्थानीय दलालों के सहयोग और शराब खोरी के जरिये हथिया ली। कुछ एक गरीब आदिवासियों की जमीनें भी तत्कालीन पटवारियों की सहायता से एनकेंन प्रकारेण न केबल अपने नाम करा ली बल्कि उस पर बड़े निर्माण भी कर दिए। जो आज भी जांच का विषय है। सड़क के किनारे गांव से लगी करीब 8 एकड़ सौरा(सिदार) किसानों की जमीन इस बात का जीवंत प्रमाण है। यह वो दौर था जब जमीन कारोबारी स्थनीय युवाओं को शराब और कबाब के अलावा थोड़े बहुत पेसौं की लालच देकर दूर से सब काम करवाते रहे। गांव की सरकारी जमीन से बड़े पैमाने ओर जंगल की कटाई कर सड़क और मैदान बनाने का काम सुरेश और गोविंद ने ऐसे ही किया है। मेरी बात गलत हो तो आप बाकी ग्रामीणों से पूछ लीजिये।।