रायगढ़

निगम प्रशासन देखता रहा और अवैध काम्प्लेक्स में खुल गई नई दुकान..। प्रशासनिक निष्क्रियता से स्थानीय भूमाफियाओं के हौसले बुलंद,रातों रात बना अवैध काम्प्लेस दर्जनों दुकानों से हजारों रु का किराया वसूली जारी…।।

सिंघघोष/रायगढ़- शहर में जमीन विवादों का केंद्र रहा छोटे अतरमुड़ा क्षेत्र वापस से चर्चा में है। इसके पीछे की वजह निगम प्रशासन की निष्क्रियता से टी वी टावर के सामने बने अवैध काम्प्लेक्स में से एक नवनिर्मित दुकान कम शो रूम है। खबर है उक्त दुकान का निर्माण निगम प्रशासन से शिकायत के बाद किया गया है। दुकान के निर्माण को लेकर स्थानीय लोग बताते हैं,कि दुकान का काम काम्प्लेक्स के अघोषित मालिक कम भूमाफ़िया ने रात-रात में करवाया है। जबकि उक्त भूमि पर बने अवैध कॉम्पलेक्स के बंदर बांट की कहानी जग जाहिर रही है।

वही विगत 3 महीने पहले निगम अमला और जिला प्रशासन मिश्रा कॉम्प्लेस और अन्य के विरुद्ध जुर्माने और सीलबन्दी कि कारवाही करने आया था। इस दौरान स्थानीय लोगों में निगम आयुक्त समेत जिला प्रशासन के उपस्थित अधिकारियों के समक्ष टी वी टावर के सामने स्थानीय भूमाफ़िया पूर्व पार्षद और सहयोगियों के द्वारा अवैध काम्प्लेक्स बनाकर विवादित भूमि पर अवैध कब्जाकर बिना नक्शा पास कराए उक्त काम्प्लेक्स का न केवल बेख़ौफ़ निर्माण करवाया बल्कि बिना डर भय के उसे हजारों लाखों की पगड़ी और किराया लेकर संचालन जारी रखा।

उक्त मामले में तब निगम आयुक्त ने कहा था कि जैसे बाकी अवैध निर्माणों पर कारवाही की गई है उसी तरह इस कॉम्पेक्स पर भी कारवाही की जाएगी। तब निगम की सक्रियता देखकर कॉम्लेक्स संचालको की हवा टाइट जरुर हुई थी। परन्तु बात बीते हुए दो से तीन महीने हो गए। इधर जैसे ही निगम प्रशासन ढीला पड़ा,पुनः बुलन्द हौसलों के साथ काम्पलैक्स की पुरानी दो दुकानों में तोड़-फोड़ कर नया स्वरुप देते हुये पूर्व पार्षद के शह से ठीक प्रशासन के नाक के नीचे रॉशन भंडार का संचालन प्रारंभ कर दिया गया है। बात यही नही रुकी इस अवैध काम्प्लेक्स में कथित तौर पर इन दिनों भूमाफिया परमानंद के फर्स्ट फ्लोर पर एक और बड़ा अवैध निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है। उक्त निर्माण की ढलाई दो दिन पहले आधी रात को पूरी कराई गई है। वैसे उक्त अवैध निर्माण के सम्बंध में यह जानकारी मिली है कि उक्त भूमि के वास्तविक भूमि स्वामी पटेल मेडिकल स्टोर के संचालक को स्थानीय भूमाफियों ने जमीन दलाली से जुड़े एक नामचीन राजेन्द्र के सांथ मिलकर ऐसे कानूनी दांव पेंच में उलझा दिए है,कि पटेल परिवार चाह कर भी उक्त कुख्यात कब्जेदारों के विरुद्ध कुछ कर पाने में असमर्थ हो गया है।।

अब यहां यह देखना लाजमी होगा कि,निगम प्रशासन उक्त काम्प्लेक्स में परमानंद के अवैध निर्माण को बीच में हो रोक पाने में सफल होता है कि हर बार की तरह निर्माण पूर्ण उपरांत ही निगम प्रशासन की नींद खुलती है।।

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