कोरोना के खिलाफ जंग में यूं निभाये भागीदारी :- गौतम अग्रवाल

रायगढ़। प्रति वर्ष रायगढ़ में आने वाले समय में बहुत से आयोजन, उत्सव आदि अनेक गतिविधियां किए जाते हैं।
मेरा मानना है कि उस आयोजन को सांकेतिक कर उसमें किए जाने वाले खर्चों को इस करोना के समय में अच्छी मास्क वितरण , सरकारी निर्देशानुसार ज़रूरत मंद लोगों के लिए ऑक्सीजन मशीन , बीमारी से लड़ रहे ख़र्च न कर पाने वाले परिवार को आर्थिक मदद , भाप लेने वाली मशीन का वितरण इस तरह की अति आवश्यक संसाधनों में ख़र्च किया जाना चाहिए। अपने और अपने धन का सदुपयोग होगा।
सभी उद्योगों को अपने आस पास के गांवों में मास्क एवं भाप लेने वाली मशीनों का वितरित करना चाहिए।
साथ ही साथ किसी भी व्यापारी उद्योगपति को अभी किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकालना चाहिए एवं जिला एवं राज्य सरकार को व्यापारियों एवं उद्योगपतियों को जो राहत हो वो देना चाहिए। इस समय सरकार पब्लिक व्यापारी उद्योगपति सामाजिक संस्थाएं सभी साथ में मिलकर कार्य करें तो अच्छे से इस बीमारी एवं आर्थिक मंदी से निपटा जा सकता है।
गौरतलब है कि कोरोना के बचाव कार्य मे जहां चिकित्सक, पुलिस, पर्यावरण मित्र आदि कोरोना वरियर्स बने हुए हैं, वहीं कुछ ऐसे गुमनाम वारियर्स भी है जो अदृश्य रूप से कोरोना से प्रभावित लोंगो के लिए जूटे हुए हैं। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में भी दर्जनों ऐसे लोग है जो एनजीओ, अपने संगठनों और समितियों में आपसी सहयोग के माध्यम से जरूरत मंदों की सहायता कर रहे हैं। लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो प्रचार, प्रसार से दूर अपनी स्थिति के अनुरूप निजी खर्च से कोरोना के बचाव के लिए लोगों की सहायता में जुटे हुए है।
गुमनाम रहकर समाज सेवा में जुटे लोग सही मायने में ईश्वरीय कार्य मे लगे और निस्वार्थ सेवा ही ईश्वर के प्रति सच्ची श्रद्धा है। ऐसे समाज के सपूतो को मेरा दिल से सलाम ..।