“बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह 20 नवम्बर तक”अब तक 8,000 से अधिक बच्चों का हुआ नेत्र परीक्षण…। ऑनलाइन-ऑफलाइन बच्चों को किया जा रहा जागरूक…।।

सिंहघोष/रायगढ़-19.11.21- राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत “बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह” 14 से 20 नवम्बर तक आयोजित किया जा रहा है। कलेक्टर भीम सिंह के निर्देशन पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी एवं अंधत्व नियंत्रण की नोडल अधिकारी डॉ. मीना पटेल के मार्गदर्शन में जिले के सभी विकासखण्ड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत नेत्र सहायक अधिकारी द्वारा स्कूलों में पंजीकृत 06 से 15 वर्ष तक के छात्रों का नेत्र परीक्षण किया जा रहा है।
जिसके तहत 14 से 18 नवम्बर तक जिले में चिरायु टीम एवम नेत्र सहायक अधिकारी मिलकर 133 मिडिल स्कूल 47 प्रायमरी स्कूल एवं 11 छात्रावास के 8,175 विद्यार्थियों की आंखों की जांच की गयी है जिसमें से 227 बच्चों को देखने में परेशानी हुई तभी उनका ऑन द स्पॉट सही नाप का चश्मा निःशुल्क वितरण किया गया। बचे हुए 150 बच्चों के माप का चश्मा बनवाकर निःशुल्क चश्मा वितरण किया जाना है। शुक्रवार को स्कूलों की छुट्टी होने के बावजूद कई हॉस्टल में टीम जाकर बच्चों की आंखों की जांच कर रही है। कल यानी शनिवार को भी जिले में स्कूलों में नेत्र परीक्षण किया जाएगा।
इस सम्बन्ध में नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ. मीना पटेल ने अपने उदबोधन में संदेश दिया देते हुए कहा- बच्चे समाज का आधार होते है और स्वस्थ्य बच्चे ही स्वस्थ्य समाज का निर्माण करते है। विद्यार्थियों के लिए स्वस्थ्य नेत्रों का महत्वपूर्ण स्थान है, नेत्र की समस्या होने से उनके अध्ययन में विपरीत प्रभाव होता है। अतः सभी विद्यार्थियों का नेत्र परीक्षण कर आवश्यकतानुसार चश्मा देने के उद्देश्य से बाल दिवस के अवसर पर, पूरे राज्य में 14 से 20 नवम्बर 2021 तक ’बाल नेत्र सुऱक्षा सप्ताह’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 06 से 15 वर्ष तक के शालेय छात्रों का नेत्र परीक्षण एवं एवं निःशुल्क चश्मा वितरण किया जायेगा। प्रारंभिक अवस्था में ही विद्यार्थियों के दृष्टिदोष की पहचान कर चश्मा दिया गया ताकि वे सफलता पूर्वक अध्ययन कर सके और अपनी प्रतिभा से उच्चतम उपलब्धि प्राप्त कर सके।
समय रहते बचा सकें बड़ी बीमारी से-जिले के सहायक नेत्र अधिकारी अर्जुन बेहरा बताते हैं, “बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह के मौके पर बच्चों में जागरूकता लाने के लिए विविध प्रकार के आयोजन एवं प्रतियोगिताएं होती हैं लेकिन कोविड प्रोटोकाल के तहत अभी हम ऐसा कोई भी आयोजन नहीं कर सकते जिससे संक्रमण फैलेने का खतर हो । हमारी टीम बच्चों के नेत्र की जांच भी पूरे कोविड प्रोटोकाल के तहत कर रही है । क्योंकि अभी बच्चे ही हैं जिन्हें कोविड का टीका नहीं लगा है। आँख जांच के लिए बच्चे अच्छा प्रतिसाद दे रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि 6 से 15 साल तक के सभी बच्चों की आँखों की जांच कर सकें और समय रहते उनको आंख से सम्बन्धित बीमारियों से बचा सकें।“
ऑनलाइन दे रहे जानकारी
दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल कैप्टन श्वेता सिंह बताती हैं-उनके संस्थान में बच्चों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति अधिक ध्यान दिया जाता है। जिसके लिए विभिन्न प्रकार के क्रियाकलाप कराए जाते हैं। नेत्र सुरक्षा सप्ताह के दौरान बच्चों से आंखों के लिए कई क्रियाकलाप कराए जा रहे हैं। यह सब ऑनलाइन हैं क्योंकि अभी इतने छोटे बच्चों की ज्यादातर कक्षाएं ऑनलाइन ही ली जा रही हैं। शिक्षक बच्चों को क्लास के बीच-बीच में आंखों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर रहे हैं।