पत्रकारों को नक्सली धमकी का जिले में जबरदस्त विरोध..। रायगढ जिला मुख्यालय के अलावा लैलूँगा,धर्मजयगढ़,खरसिया,छाल और सांरगढ़ में भी नक्सल पर्चे की प्रतियां जलाई गई…।।

सिंघघोष/रायगढ़- बस्तर में पत्रकारों को नक्सली धमकी के विरोध में आज रायगढ़ जिले के विभिन्न स्थानों में पत्रकारों के द्वारा धरना प्रदर्शन कर नक्सली धमकी वाले पर्चे की प्रतियां जलाई गई।
जिला मुख्यालय में रामनिवास टाकीज चौक पर नक्सली धमकी से नाराज पत्रकार पहले धरना प्रदर्शन पर बैठे। जहां नक्सलियों के द्वारा बस्तर के पत्रकार सांथियों पर झूठे आरोप लगाकर पर्चे फेंक कर जनअदालत में सजा देने की धमकी दिए जाने की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। धरने में बैठे पत्रकारों ने संयुक्त बयान जारी कर माओवादियों को चेतावनी दी कि वे बस्तर के पत्रकार सांथियों को अकेला न समझे पूरे प्रदेश के पत्रकार उनके सांथ है,नक्सलियों के द्वारा उनकी दी हुई धमकी को अमल में लाने का कोई भी प्रयास उन्हें बहुत महंगा पड़ने वाला है। अब तक नक्सलियों की लड़ाई सुरक्षाबलों और सरकारी तंत्र से थी। इस तरह की खुली धमकी दे कर उन्होने प्रदेश भर के पत्रकारों को अपने खिलाफ कर लिया है। उन्होंने पहले ही हमारे तीन सांथियों की हत्याएं की है अभी उनका दिया वो जख्म भरा भी नही है और इस तरह की धमकी देकर नक्सली अपना वास्तविक रक्तचरित्र प्रदर्शित कर रहे हैं। वे क्रांति के नाम पर आतंक मचाते हुए लगातार निर्दोष-निहत्थे ग्रामीणों को मुखबिर कहकर मारते रहे है। उन्होंने सैकड़ों सुरक्षाबलों को भी धोखे से मारा है। इस बार हम पत्रकार सांथी उनकी धमकियों को न तो हल्के में लेने वाले है न ही उनसे डरने वाले है। अपनी करतूतों के लिए नक्सलियों ने अगर जल्दी ही माफी नही मांगी तो प्रदेश स्तर पर उनके विरुद्ध बड़ा आंदोलन किया जाएगा। हम उनसे किसी कीमत में डरने वाले नही है।
इधर बस्तर के पत्रकार सांथियों को नक्सली धमकी के विरोध में जिले के अन्य शहरों जैसे धर्मजयगढ़,लैलूँगा,खरसिया,छाल और सारँगढ़ में भी पत्रकारों ने नक्सली धमकी वाले पर्चे की प्रतियां जलाई। नक्सलवाद के विरुद्ध नारे लगाए। शहर में रामनिवास टाकीज चौक पर भी पत्रकारों ने नक्सली पर्चे की प्रतियां जलाकर विरोध किया।