लगभग तीन महीने की कड़ी मेहनत से हुवा बहुचर्चित खुड़मुड़ा हत्याकांड का खुलासा…। सगे बेटे ने तीन आरोपियों के साथ मिलकर माता-पिता,भाई और भाभी को उतारा था मौत के घाट..।।
भिलाई. बहुचर्चित खुड़मुड़ा हत्याकांड का आखिरकार पुलिस ने पर्दाफाश कर ही दिया। गुरुवार को दुर्ग रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या की साजिश रचने वाला कोई और नहीं बल्कि परिवार के मुखिया का सगा बेटा गंगाराम सोनकर है। उसने नरेश सोनकर, योगेश सोनकर और रोहित उर्फ महाकाल के साथ मिलकर इस पूरी वारदात को अंजाम दिया था।
हत्याकांड की मुख्य वजह बंटवारे में मिली जमीन पर रास्ते का विवाद था। आरोपी गंगाराम सोनकर का बंटवारे की जमीन पर रास्ते मांगने को लेकर आए दिन अपनी माता दुलारी बाई सोनकर और भाई रोहित सोनकर के साथ विवाद होते रहता था। मुख्य आरोपी गंगाराम अपनी सवा एकड़ भूमि कृषि भूमि में आने-जाने के लिए रास्ता देने की मांग करता था। मां दुलारी बाई और भाई रोहित इस बात का विरोध करते थे। साथ ही गंगाराम सोनकर के हिस्से की कृषि भूमि सोमनाथ के नाम से होने से सोसाइटी में धान बेचने के लिए ऋण पुस्तिका नहीं देने एवं खाता पृथक नहीं की बात को लेकर भी परिवार के लोगों से विवाद होता था। इन्हीें सब बातों से खफा होकर आरोपी बेटे गंगाराम ने अपने परिवार को मौत के घाट उतारने की साजिश रच डाली।
21 दिसंबर को परिवार के चार लोगों की मिली थी लाश
21 दिसंबर 2021 को अमलेश्वर थाना क्षेत्र के खुड़मुड़ा खार में स्थित बाड़ी में बालाराम सोनकर, बेटा रोहित सोनकर, माता दुलारी बाई सोनकर और बहू कीर्तिन सोनकर की लाश मिली थी। चारों को बेरहमी से हत्यारों ने मौत के घाट उतार दिया था। वहीं रोहित के नाबालिग बेटे को भी घायल कर दिया था। जिसके बाद से पुलिस लगभग तीन महीने तक आरोपियों के पीछे लगी रही।
आईजी ने जब बदली टीम, शून्य से शुरू हुई जांच,आरोपियों का मिलने लगा सुराग
आईजी विवेकानंद सिन्हा ने 19 जनवरी को जांच टीम को बदल दिया। एसएसपी और एसडीओपी की जगह नए अधिकारी को जिम्मेदारी दी। तब उसकी जांच शुरू हुई। टंकी में सबसे नीचे रोहित की शव मिला। उसके उपर बालाराम सोनकर और दोनों के ऊपर दुलारी का शव मिला था। पुलिस ने पहले हत्या किसकी की हुई होगी इस पर फोकस किया। कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए जांच को आगे बढ़ाया।
इस तरह से मारा था चारों को
1-रोहित का गर्दन तोड़ा
पुलिस ने पाया रोहित हरि सब्जियों का बोझा रखने के लिए आया। घात लगाए हत्यारे उस पर पिल पड़े। रोहित के साथ हत्यारों के बीच जमकर संर्घष हुआ। हत्यारे ने रोहित की गर्दन को टंकी में सटाकर तोड़ दिया। इसके बाद पानी में ही डाल दिया।
2- बालाराम के सिर पर
वार कर गला दबाया
हत्यारों को बालाराम सोनकर ने देख लिया। हत्यारे उसके सिर पर ठोस वस्तु से वार कर उसका गला दबा दिया। इसके बाद उसे भी टंकी में डाल दिया होगा।
3- शौच से लौटी दुलारी
का गला दबा दिया
दुलारी बाई अरहर के खेत की तरफ सुबह शौच करने गई थी। जैसे ही शोर सूना वह दौड़ते आई। उसका एक चप्पल खेत में मिला था। उसका शाल भी अरहर खेत के पास मिला। हत्यारे ने उसे पकड़ कर उसका गला दबा दिया।
4- सिलबट्टा पटक कर
की बहू की हत्या
जब बोझा लेकर उसका पति रोहित नहीं लौटा तो कीर्तिन बाई देखने के लिए गई। हत्यारे ने उसे पकड़ लिया। दरवाजे के सामने उसे मुंह की तरफ जमीन पर पटकर दिया और सिलबट्टा से सिर पर पटकर मौत के घाट उतार दिया।