दुर्ग में महादेव सट्टा एप और साइबर फ्रॉड पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 11 आरोपी गिरफ्तार

दुर्ग (छत्तीसगढ़) – महादेव सट्टा एप और ऑनलाइन साइबर फ्रॉड से जुड़े मामलों में दुर्ग पुलिस ने एक बार फिर सख्त कदम उठाते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 8 म्यूल खाताधारक और 3 मुख्य खाईवाल (बुकिज) शामिल हैं, जो अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट को संचालित कर रहे थे।
केनरा बैंक की सूचना से खुला मामला, 111 संदिग्ध खातों की जांच जारी
इस पूरे रैकेट का खुलासा तब हुआ जब वैशाली नगर स्थित केनरा बैंक शाखा के प्रबंधक परमात सिंह सिंगोंदिया ने बैंक में संदिग्ध लेन-देन की सूचना पुलिस को दी। उनकी शिकायत पर पुलिस ने 111 म्यूल बैंक खातों की जांच शुरू की थी। पहले ही 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था, और अब 11 और को हिरासत में लिया गया है।
पार्लर संचालिका के खाते से 5 करोड़ का संदिग्ध ट्रांजेक्शन
गिरफ्तार खाताधारकों में एक महिला उमा शर्मा, जो कि एवनी ब्रेसिंग ब्यूटी पार्लर चलाती हैं, ने महज 700 रुपये में केनरा बैंक में खाता खुलवाया था। बैंक के अनुसार, फरवरी में इस खाते से 5 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ, जो दिल्ली से ट्रांसफर किया गया था।
20 हजार में खरीदे जाते थे बैंक खाते
जांच में सामने आया कि आरोपियों ने छत्तीसगढ़ और देहरादून के बीच एक संगठित नेटवर्क बना रखा था। मोनू और नीतीश कुमार (बिहार) जैसे लोग लोगों से 20 हजार रुपये में बैंक खाते खरीदते थे और उनका इस्तेमाल ऑनलाइन सट्टेबाजी में करते थे। नीतीश ने पूछताछ में बताया कि उसने “लोटस”, “बप्पा”, “रामजनो” और “गोविंदा” जैसे कई पैनल तैयार कर सट्टा कारोबार चलाया।
बड़ी मात्रा में डिजिटल उपकरण जब्त
नीतीश कुमार और अन्य आरोपियों के पास से पुलिस ने बड़ी मात्रा में डिजिटल व दस्तावेजी सामग्री जब्त की है, जिसमें शामिल हैं:
3 लैपटॉप
3 मोबाइल फोन
1 कार
9 एटीएम कार्ड
8 पासपोर्ट
2 चेकबुक
निखिल नामक आरोपी की पासबुक
पुलिस का कहना है कि यह नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है और अभी अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।