1 नवम्बर को अमेरिका में गूंजा छत्तीसगढ़ के कलमकारों के द्वारा रचित गीत..।।

साहित्य साधना सभा छत्तीसगढ़ के साहित्यकार हैं -संजय बहिदार
सिंहघोष-खरसिया-विविध साहित्यिक, सामाजिक एवं पर्यावरण के कार्यों हेतू राज्य में विशेष ख्यातिप्राप्त संस्था छत्तीसगढ़ साहित्य साधना सभा के सदस्य प्रसिद्ध कवि संजय बहिदार एवं कवयित्री मंजू सरावगी (सह-सृजन) द्वारा सृजित गीत “ये छत्तीसगढ़ है” का 1 नवम्बर को दक्षिण अमेरिका में प्रवासी छत्तीसगढ़िया के लोगों के बीच अमेरिका में छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर बाल गायिका कु. आरु साहू के स्वर में इस गीत की प्रस्तुति हुई।
अमेरिका में छत्तीसगढ़ियों के इस संघ का नाम नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़िया संघ का नाम दिया गया है।1 नवंबर को अमेरिका में छत्तीसगढ़ के प्रवासियों के द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस मनाया गया। जिसमें छत्तीसगढ़ी संस्कृति व परंपरा की भव्य झलकियाँ प्रदर्शित की गई। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की विशेषताओं पर आधारित गीत संगीत मय वीडियो का प्रदर्शन भी किया गया।यह पूरे छत्तीसगढ़ के लिये उपलब्धि व गौरव का विषय है कि रायगढ़ जिला के निवासी संजय बहिदार कृत गीत अमेरिका में गूँजा व छत्तीसगढ़ के धार्मिक-ऐतिहासिक स्थलों की कीर्ति पताका सम्पूर्ण विश्व में लहराये।एक नवंबर को आयोजित उक्त भव्य समारोह का लाइव प्रसारण दो नवंबर को भारत में देखा गया।
साहित्य साधना सभा के प्रांताध्यक्ष पुखराज प्राज ने इस विशेष उपलब्धि के लिए श्री बहिदार को बधाई देते हुए कहा कि, छत्तीसगढ़ में रत्नों की कमी नहीं है। रायगढ़ से मिट्टी से जूड़े माटी के लाल, प्रसिद्ध कवि संजय बहिदार नित्य सृजन करते रहते हैं। आगामी एक नबम्बर को अमेरिका में होने वाले छत्तीसगढ़ स्थापना के उपलक्ष्य में आयोजित महोत्सव में बहिदार जी द्वारा सृजित गीत का प्रस्तुतिकरण किया गया।यह छण पूरे छत्तीसगढ़ एवं साहित्य साधना सभा के समस्त सदस्यों को गौरान्वित करने वाला क्षण होगा।
साहित्य साधना सभा के उप-प्रांताध्यक्ष डिग्री लाल जगत निर्भीक ने समूह में सीजीएनआरआई ग्लोबल संगठन के द्वारा जारी किये टीजर को जारी करते हुए बताया कि, कवि संजय बहिदार एवं कवयित्री मंजू सरावगी द्वारा लिखे इस गीत में छत्तीसगढ़ राज्य के कला एवं संस्कृति के साथ विविध विवरणों का समावेशन किया गया है। उक्त उपलब्धि के लिए साहित्य साधना सभा के सदस्य सुन्दर लाल डडसेना, माधवी गण वीर, मीरा आर्ची, संजय वासनिक, उर्मिला सिदार, भोजराज साहू, अजय पटनायक, गुलशन खम्हारी, कृष्ण कुमार ध्रूव सहित समस्त साहित्यकार साथियों ने बधाईयाँ ज्ञापित की।






