रायगढ़

श्री प्रशांत मिश्रा की उपलब्धि रायगढ़ की वर्तमान एवं भावी युवा पीढ़ी के लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगी-विजय अग्रवाल

प्रशांत मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट के जज बनाये जाने से रायगढ़ सहित प्रदेश हुआ गौरवन्वित, पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने हर्ष व्यक्त कर दी शुभकामनायें एवं बधाई…।।

सिंहघोष/रायगढ़-18.05.23- छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर में जन्में प्रशांत मिश्रा ने न्याय पालिका के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाते हुए उच्चतम न्यायालय में माननीय न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति पाकर न केवल रायगढ़ जिला अपितु पूरे छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है। न्यायापालिका के इतिहास में यह पहला मौका है कि रायगढ़ जिले के माटीपुत्र प्रशान्त मिश्रा को न्याय के उच्चतम पद पर पहली बार नियूक्त किये गये है। यह पहला अवसर है जब छत्तीसगढ़ के किसी जस्टिस को सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में नियूक्ति प्रदान कि गई है।

 पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने प्रशान्त मिश्रा को सुप्रीम कोर्ट के जज नियूक्ति किये जाने पर प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से हर्ष व्यक्त करते हुए उनके परिवार को शुकामनायें एवं बधाई प्रेषित किये है उन्होंने बताया कि रायगढ़ के प्रसिद्ध अधिवक्ता रहे स्व. बी.डी. मिश्रा के पुत्र प्रशान्त मिश्रा को कोलोजियम सिस्टम से अनुशंसा पश्चात सुप्रीम कोर्ट में जज बनाया गया है इसे लेकर पूरे रायगढ़ शहर में खुशी का माहौल है श्री मिश्रा जी लगातार एक के बाद एक कानून के क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल कर रहे है। उनके बडे़ भाई डाॅ प्रकाश मिश्रा श्री बालाजी मैट्रो हाॅस्पिटल के डायरेक्टर है न्यायमूर्ति प्रशान्त मिश्रा वर्तमान में आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश है,छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में कार्य वाहक मुख्य न्यायधीश रहे, उसके पूर्व वे बिलासपुर हाईकोर्ट मे महाधिवक्ता रहे, प्रशान्त मिश्रा स्टेट बार कौंसिल के चेयरमैन के पद पर भी रहे। उन्होंने रायगढ़ में वकालत फिर महाधिवक्ता से उच्च न्यायालय चीफ जस्टिस तक का सफर तय किया।

29 अगस्त 1964 में छत्तीसगढ़  के रायगढ़ में जन्में जस्टिस प्रशान्त मिश्रा ने बी.एस.सी और एल.एल.बी के उपाधि गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से प्राप्त की वे 1987 में अधिवक्ता बने। उन्होंने जिला न्यायालय रायगढ़,जबलपुर स्थित उच्च न्यायालय म.प्र.और बिलासपुर स्थित उच्च न्यायालय में वकालत की सेवाए दी। उन्हें जनवरी 2005 को उच्च न्यायालय छ.ग. द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता मनोनित किया गया। वे दो वर्षो तक छ.ग. राज्य विधि परिषद के अध्यक्ष रहे। जस्टिस प्रशान्त मिश्रा उच्च न्यायालय छ.ग. के नियमकारी समिति के सदस्य रहे। वे गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर के कार्यकारी परिषद के कुलाधिपति भी नामित किये गये। न्यायाधीश प्रशांत मिश्रा हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय रायपुर के कार्यकारी परिषद में पदेन सदस्य के तौर पर सम्बद्ध रहें। उन्होंने 2004 से 2007 तक छत्तीसगढ़  राज्य के अतिरिक्त महाधिवक्ता के तौर पर कार्य किया। 1 सितम्बर 2007 को राज्य के महाधिवक्ता नियूक्त हुए। 2009 में वे बिलासपुर उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में पदस्थ हुए। फिर उन्हें छ.ग. हाईकोर्ट में कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश की जिमेदारी दी गयी थी। जिसके बाद उन्हें पूर्णकालिक मुख्य न्यायाधीश के पद पर छ.ग.हाईकोर्ट में पदभार ग्रहण किये। श्री मिश्रा जी को मुख्य न्यायाधीश के पद पर हाईकोर्ट आंध्रप्रदेश में नियूक्ति मिली थी।

  पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने कहा कि यह पूरे रायगढ़ के लिए अत्यंत गौरव की बात है रायगढ़ की पावन माटी में जन्मा कोई लाल पहली बार देश के इतने सर्वोच्च पद पर पहुंचा है श्री प्रशांत मिश्रा की यह उपलब्धि रायगढ़ की वर्तमान एवं भावी युवा पीढ़ी के लिए हमेशा प्रेरणादायक रहेगी।

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