कोरबा में पारदर्शी काउंसिलिंग प्रक्रिया के तहत अतिशेष शिक्षकों का हुआ समायोजन, शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों को मिलेगा लाभ

कोरबा । राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर अजीत वसंत की उपस्थिति में कोरबा जिले के अतिशेष प्रधान पाठकों और सहायक शिक्षकों की पदस्थापना हेतु काउंसिलिंग प्रक्रिया आज राजीव गांधी ऑडिटोरियम, ट्रांसपोर्ट नगर में सम्पन्न हो रही है। प्रक्रिया का उद्देश्य जिले के शिक्षकविहीन एवं एकल शिक्षकीय विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
प्रथम चरण में वरिष्ठता के आधार पर प्रधान पाठकों की काउंसिलिंग की गई, जिसमें उन्होंने रिक्त पदस्थापन स्थलों में से अपने पसंद के विद्यालयों का चयन किया। तत्पश्चात सहायक शिक्षकों की काउंसिलिंग प्रक्रिया शुरू हुई, जो वर्तमान में जारी है। शिक्षक निर्धारित सूची के अंतर्गत उपलब्ध विद्यालयों में से चयन कर रहे हैं।
कलेक्टर ने दी पारदर्शिता की गारंटी
काउंसिलिंग स्थल पर कलेक्टर अजीत वसंत ने कहा कि शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पूर्ण पारदर्शिता के साथ प्रक्रिया को क्रियान्वित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि “इस प्रक्रिया के माध्यम से जिले के दूरस्थ एवं शिक्षा से वंचित क्षेत्रों में नियमित शिक्षकों की पदस्थापना सुनिश्चित होगी, जिससे विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा।”
चयन के साथ ही तत्काल पदस्थापना आदेश
काउंसिलिंग में भाग लेने वाले शिक्षकों को चयनित विद्यालय के अनुसार तत्काल नवीन पदस्थापना आदेश भी प्रदान किए जा रहे हैं, जिससे शिक्षकों को जल्द से जल्द नए विद्यालयों में योगदान देने का अवसर मिल सके।
शिक्षकों की प्रतिक्रियाएं
प्राथमिक शाला जेन्जरा की शिक्षिका देकुमारी साहू ने काउंसिलिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेते हुए अपने पसंद के विद्यालय ढेलवाडीह के लिए चयन किया। उन्होंने प्रक्रिया की सराहना करते हुए कहा, “मैं खुश हूँ कि मुझे मेरी पसंद का विद्यालय मिला है। अब मैं नए विद्यालय में बच्चों को पढ़ाने के लिए उत्साहित हूँ। काउंसिलिंग की प्रक्रिया सहज और पारदर्शी रही।”
इस समायोजन प्रक्रिया से न केवल अतिशेष शिक्षकों को नई जिम्मेदारी मिली है, बल्कि ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को भी लाभ मिलेगा, जो अब नियमित शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।