सुकमा में नक्सली बर्बरता, एक ग्रामीण की हत्या – बीजापुर में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता

सुकमा/बीजापुर, छत्तीसगढ़ ।
राज्य में एक ओर जहां नक्सल विरोधी अभियान तेज़ी से जारी है, वहीं दूसरी ओर नक्सलियों की क्रूरता थमने का नाम नहीं ले रही। सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत पूवर्ती गांव में नक्सलियों ने एक ग्रामीण की निर्मम हत्या कर दी। जानकारी के अनुसार, 10-15 हथियारबंद नक्सलियों के दल ने धारदार हथियारों से हमला कर वारदात को अंजाम दिया। हत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन घटना के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
गौरतलब है कि पूवर्ती गांव कुख्यात नक्सली माडवी हिड़मा का गृहग्राम है और लंबे समय से माओवादी गतिविधियों का केंद्र रहा है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर नक्सलियों की तलाश तेज कर दी है।
बीजापुर में सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन, 7 नक्सली मारे गए
वहीं दूसरी ओर बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान में उल्लेखनीय सफलता मिली है। 5 जून से शुरू हुए अभियान में अब तक कुल 7 नक्सलियों को मार गिराया गया है। इनमें दंडकारण्य में नक्सली शिक्षा अभियान का सूत्रधार ‘सुधाकर’ और तेलंगाना राज्य समिति का वरिष्ठ सदस्य ‘भास्कर’ शामिल हैं।
6 और 7 जून की रात को हुई मुठभेड़ों में 3 और शव बरामद किए गए, जिनमें 2 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं। 7 जून को अंतिम मुठभेड़ के दौरान 2 और नक्सलियों के शव मिले, जिनकी शिनाख्त अभी नहीं हो सकी है।
सरकार की अपील – हिंसा छोड़ें, मुख्यधारा में लौटें
राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अभियान की जानकारी देते हुए कहा कि यह कार्रवाई माओवादियों के खिलाफ सरकार की सख्त नीति और सुरक्षा बलों की रणनीतिक सफलता को दर्शाती है। उन्होंने नक्सलियों से हिंसा छोड़ने और समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की।
पूवर्ती की घटना इस बात की याद दिलाती है कि नक्सली अब भी चुनौती बने हुए हैं, लेकिन बीजापुर की सफल कार्रवाई इस संघर्ष में सुरक्षा बलों के हौसले और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।