
जेल पारा और कयाघाट इलाके में 100 से अधिक मकानों पर कार्रवाई की तैयारी, प्रभावितों में आक्रोश
रायगढ़ में प्रशासनिक सख्ती का बड़ा दृश्य
रायगढ़ शहर के प्रगति नगर जेल पारा और कयाघाट क्षेत्र में शुक्रवार सुबह मेरिन ड्राइव निर्माण कार्य को लेकर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बुलडोजर कार्रवाई शुरू की। सुबह 8 बजे से ही मकानों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई, जिससे क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया।
20 मकानों पर गिरी प्रशासन की पहली चोट
प्रारंभिक चरण में प्रगति नगर के करीब 20 मकानों को तोड़ा गया। इसके बाद जेल पारा और कयाघाट क्षेत्र में लगभग 100 और मकानों को गिराने की योजना है। प्रशासन का कहना है कि यह कार्यवाही मेरिन ड्राइव परियोजना के तहत नियमानुसार की जा रही है।
प्रभावित लोगों में नाराजगी, विरोध की भी कोशिश
हालांकि प्रभावित परिवारों ने इस कार्रवाई को जबरन उजाड़ने की कार्यवाही करार दिया है। कुछ स्थानों पर स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच कहासुनी और हल्के विरोध की घटनाएं भी हुईं, लेकिन पुलिस बल की भारी तैनाती के चलते स्थिति नियंत्रण में बनी रही।
SP दिव्यांग पटेल ने संभाला मोर्चा
संवेदनशीलता को देखते हुए रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल स्वयं मौके पर पहुंचे और पूरी कार्रवाई की निगरानी कर रहे हैं। इलाके में सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस जवान, महिला बल और अधिकारी तैनात किए गए हैं।
आशियानों पर संकट, मेरिन ड्राइव की रफ्तार तेज
मेरिन ड्राइव को रायगढ़ शहर की एक महत्वाकांक्षी परियोजना के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन इसके चलते सैकड़ों लोग विस्थापन की कगार पर हैं। प्रभावित लोगों ने प्रशासन से पुनर्वास और मुआवजे की मांग की है, लेकिन अभी तक किसी ठोस योजना की घोषणा नहीं की गई है।