
सिंहघोष/रायगढ़-
दिनांक 19.08.2020 के दोपहर थाना प्रभारी खरसिया निरीक्षक सुमंत राम साहू के मोबाईल पर ग्राम बेदोंझरिया का कोटवार सूचना दिया कि गांव का शंकर साहू उसकी बड़ी माँ समारी बाई (75 वर्ष) की टांगी से हत्या कर घर के पास गढ्ढे में डालकर घास फूंस डालकर छिपा दिया है। महिला के हत्या की सूचना तत्काल टी.आई.साहू एस.पी रायगढ़ व एसडीओपी खरसिया को अवगत कराये जिससे दिशा निर्देश प्राप्त हुआ कि तत्काल पुलिस टीम आरोपी की गिरफ्तारी के लिये रवाना करें। प्राप्त निर्देश पर थाना प्रभारी खरसिया हमराह स्टाफ के घटना गांव बेदोंझरिया रवाना हुए, जहां प्रार्थी/कोटवार धनसिंह साहू व ग्रामीणों से पूछताछ कर अपने अनुसंधान व आरोपी गिरफ्तारी की कार्यवाही आगे बढाये। आरोपी शंकर साहू के गांव में ही छिपे होने की जानकारी मिली। आरोपी शंकर साहू पर खून सवार था वह पुलिस पार्टी को देखकर गिरफ्तारी से बचकर भागने के प्रयास में पुलिस पार्टी व मौजूद लोगों में खौफ पैदा करने के लिए टांगी लहराकर भयक्रांत किया गया। थाना प्रभारी खरसिया व उनके स्टाफ साहस दिखाते हुए चारो ओर से एक साथ आकर आरोपी को हतोत्साहित कर आखिरकार उसे गिरफ्तार कर थाना लाया गया। आरोपी शंकर साहू पिता स्व.पनेश्वर साहू उम्र करीब 42 वर्ष साकिन बेदोंझरिया थाना खरसिया पूछताछ में बताया कि उसके गांव की पुस्तैनी जमीन की देखरेख कर काबिज है, सभी भाई अलग-अलग हो चुके हैं। इसी जमीन में करील, साग सब्जी आदि को घर के सामने रहने वाली बड़ी माँ समारी बाई आकर हमारा है कहकर ले जाती है और बड़ी मां घर से भी कई बार गहने, बर्तन भी चोरी कर ले गई है। इसी बात पर पहले भी कई बार झगड़ा हुआ है। दिनांक 19.08.2020 को भी करील लेने आयी थी तो विवाद हुआ और रोज-रोज की किटपिट समाप्त करने के लिए टांगी से बड़ी माँ की हत्या कर लाश को घसीटते हुए घर के सामने गढ्ढा में डालकर ऊपर से घास-फूंस ढक दिया था। आरोपी ने यह भी बताया कि उसकी बड़ी माँ (मृतिका) को चोर साबित करने के लिये वह उसकी हत्या कर उसके पहने चांदी की करीब 190 ग्राम वजनी चूडी को उसके हाथ से निकाल कर उसके बड़ी माँ के घर के पास गढ्ढा कर छिपा दिया था, जिसे भी हत्या में प्रयुक्त टांगी के साथ आरोपी के मेमोरेण्डम पर बरामद किया गया है। घटना के संबंध में आरोपी पर दर्ज अप॰क्र॰ 352/2020 धारा 302 आईपीसी में आरोपी शंकर साहू को गिरफ्तार कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है । उक्त कार्यवाही में टी.आई.-एस.आर. साहू एवं उनके मातहत स्टाफ की
महत्वपूर्ण भूमिका रही।