रामभांठा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मनाया गया राष्ट्रीय टीकाकरण दिवसमितानिन और नर्सों का किया गया सम्मान…।।जिले को कोविड टीकाकरण में बेहतर करने के लिए नर्सों एवं मितानिनों का बड़ा योगदान:-सीएमएचओ डॉ. केसरी

सिंहघोष/रायगढ़-१६.०३.२२-
बुधवार को जिले में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस रामभांठा स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मनाया गया। हर ब्लॉक से एक नर्स और दो मितानिनोंको बुलाकर उनका सम्मान किया गया। चूंकि सभी का जिला मुख्यालय आ पाना संभव नहीं था इसलिए प्रतिनिधि के रूप में कुल 30 नर्सों और मितानिनोंको बुलाया गया था। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. भानू पटेल ने कार्यक्रम के शुरू में ही स्पष्ट कर दिया था कि यह सम्मान सभी मितानिनों व नर्सों के लिए है जिनकी बदौलत हमने टीकाकरण में बेहतर प्रदर्शन किया है।
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के मौके पर ही यहां 12-14 आयु वर्ग के बच्चों के कोविड टीकाकरण भी शुरू किया गया।इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने कहा, ”कई बीमारियों से बचने के लिए टीकाकरण रामबाण उपाय है, इससे कई तरह की बीमारियां झेलने से हम बच सकते है। इसलिए बेहतरस्वास्थ्य के लिए टीकाकरण बेहद महत्वपूर्ण है। पूरी दुनिया में महामारी और कई प्रकार की घातक बीमारियों से लोगों को सुरक्षित करने के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जाता है। दिनों दिन कई तरह की नई-नई बीमारियां सामने आ रही है, ऐसे में इससे निपटने के लिए टीकाकरण करना बहुत जरूरी है। “
उन्होंने यह भी कहा कि पोलियो, खसरा जैसी घातक बीमारियों से सुरक्षा के लिए समय-समय पर टीकाकरण किया जाता रहा है। “पिछले दो साल से पूरी दुनिया पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है, इसमें कई लोगों की जान गई है, लेकिन टीकाकरण ही एक मात्र ऐसा हथियार है जिससे हम कोरोना का सामना कर पाए है। कोरोना वायरस से भी लोगों को बचाने के लिए दुनियाभर में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। हमारे देश में टीकाकरण के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है।”
कोरोना ने समझाया टीकाकरण का महत्व: जिला टीकाकरण अधिकारी
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. भानू पटेल ने बताया, “देश में हर साल 16 मार्च राष्ट्रीय प्रतिरक्षा दिवस के रूप में भी जाना जाता है। भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की शुरुआत साल 1995 से हुई। इस साल 16 मार्च को पहली बार ओरल पोलियो वैक्सीन यानी कि मुंह के माध्यम से पोलियो वैक्सीन दी गई। यह वह दौर था जब देश में पोलियो के मामले तेजी से बढ़ रहे थे, जिस पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार ने पोलियो टीकाकरण की शुरुआत की थी।”
“कोरोना जैसी वैश्विक महामारी ने टीकाकरण की महत्व को एक बार फिर समझाया है। असल में टीकाकरण को बीमारियों से सुरक्षा प्राप्त करने के लिए ढाल के रूप में समझा जा सकता है। टीकाकरण की ही देन है कि एक समय में लाखों लोगों की जान लेने वाली चेचक, खसरा, टिटनेस जैसी बीमारियों पर आज काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। कोरोना वायरस के मामले में देखें तो देश में अब इस समस्या से बचने के लिए भी काफी तेजी से टीकाकरण को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। कोरोना के इस महामारी से कई लोगों को कोरोना टीके के जरिये बचाया गया है,” डॉ. पटेल ने बताया।