लाकडाउन का पहला दिन,पुलिस और प्रशासन रहा सक्रिय सुनी रही शहर की सड़कें/गलियां व अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में भी पसरा रहा सन्नाटा..। सख्ती के साथ मानवीय सेवा कार्य भी कर रही पुलिस…।बेसहारा व पशुवों का भी रख रहे ख्याल…।।
सिंहघोष/रायगढ़- कोविड की दूसरी खतरनाक लहर के बीच जिले में लाकडाउन का पहला दिन बेहद शांत रहा। जिला मुख्यालय के अलावा सुदूर ग्रामीण अंचलों में भी लाकडाउन को लेकर स्वफूर्त शांति बनी रही। लोग अधिकांश समय अपने घरों पर ही रहे। शहर और गांवों की सड़कें और चौक-चौराहे पूरी तरह से खाली रहीं। लाकडाउन को सफल बनाने में प्रशासन और पुलिस ने जमकर पसीना बहाया। वही लोगों ने भी समझदारी दिखाते हुए घरों में रहना उचित समझा।

इसी क्रम में चौकी प्रभारी जूटमिल अमित शुक्ला ने अपने क्षेत्र के फुटपाथ में रहने वालों को नाश्ता व फूड पैकेट का वितरण किया। थाना प्रभारी कोतरारोड़ निरीक्षक चमन सिन्हा द्वारा अपने स्टाफ के साथ जय बुढी माई सेवा समिति अनाथालय में रह रहे स्पेशल बच्चों में ड्राय राशन व फूड पैकेट का वितरण किया। चक्रधरनगर पुलिस द्वारा जिला अस्पताल रायगढ़ में जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन वितरण किया। इसके साथ ही चक्रधरनगर क्षेत्र के इंदिरा विहार के बाहर बंदर व कृषिधन पशुओं को खाने की वस्तुएं दी गई। चौकी प्रभारी जोबी क्षेत्र में भ्रमण कर लॉकडाउन का पालन करने की समझाइश देते हुए वृद्धजनों में मास्क व सेनेटाइजर का वितरण किया गया।

जिला मुख्यालय में लॉकडाउन के पहले दिन कलेक्टर भीम सिंह व पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह शहर की सुरक्षा व व्यवस्था का जायजा लेने के लिए निकले। उनके द्वारा शहर के चौक-चौराहों पर काफी देरी तक स्थिति का जायजा लिया गया । इसके बाद कलेक्टर व एसपी रायगढ़ रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां स्टेशन मास्टर से यात्री गाड़ी व आने जाने वाले यात्रियों की जांच सहित सुविधा और व्यवस्था के संबंध में चर्चा की। उन्हें स्टेशन में व्यवस्थाओं को सुधारने के बारे में समझाइस भी दी गई। इसी बीच जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से एक गांव गोबरसिंघा और घरघोड़ा नगर से आई जानकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन की सक्रियता के अलावा लोगों के सहयोग से देर शाम तक लाकडाउन का पालन किया गया। वहीं प्रशासन और पुलिस ने जरुरतमंद लोगो को भोजन के पैकेट वितरित किए। देर शाम पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार सिंह ने आदेश जारी कर जिले भर के थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया है कि उनके थाना क्षेत्रों में भूखे और ज़रूरतमन्दों के लिए राशन और पका हुआ भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाएं।