रायगढ़

कोविड नियंत्रण के प्रशासनिक प्रयास को गम्भीरता से लेने लगे हैं ग्रामीण..।खुद को गांव से बाहर जाने और बाहरी लोगों को गांव में अनावश्यक आने से रोक रहे है ग्रामीण..।।

सिंहघोष मुद्दे की बात✒️

कोरोना संक्रमण को लेकर जिले में लगातार बिगड़ते हालात के बीच जब से प्रशासन ने गम्भीरता दिखाई है।
तब से जिले के बहुत से गांव के पंच-सरपंचों ने जिला और पुलिस प्रशासन के प्रयासों से प्रेरित होकर न केवल अपने क्षेत्र में मास्क और फिजिकल डिस्टेंसिग की अनिवार्यता बल्कि अपने क्षेत्र में शत-प्रतिशत टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है।

अधिकांश ग्रामीण जनप्रतिनिधी अपने क्षेत्रों में शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत अपने ही गांव में ग्रामीणों को सुरक्षित रोजगार दिए जाने पर जोर दे रहे हैं।

इस क्रम में पुसौर तहसील के अंतर्गत स्थित दो ग्राम पंचायतों में आने वाले पांच गांवों में से तीन बिंजकोट,धनवाडेरा और एकताल में जहां पहले चरण में शत-प्रतिशत टिकाकरण किया जा चुका है । वही युवा सरपँच हिमांशु चौहान की सक्रियता से ग्राम एकताल-धनवाडेरा के ग्रामीणों में मास्क और फिजिकल डिस्टेसिंग की अनिवार्यता देखते बन रही है। यहां के ग्रामीण खुद भी बाहर गांवों या शहरों में आने से बच रहे है, बल्कि अपने यहाँ बाहरी लोगों को आने से भी रोक रहे हैं। सरपँच हिमांशु कहते है कि जिस तरह से जिला कलेक्टर भीम सिंह और पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार सिंह के अलावा दूसरे अन्य प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारी दिन-रात जिले में कोरोना प्रसार की कड़ी को तोड़ने के प्रयास में लगे हुए हैं। ऐसे में हमारा भी फर्ज बनता है कि हम अपने स्तर पर उनके प्रयासों को सफल बनायें। मै अपने आसपास के जनप्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान यही कह रहा हूँ कि वे अपने गांव में ही ज्यादा से ज्यादा लोगो को रोजगार दें। इस समय उन्हें रोजगार और राशन की तलाश में बाहर जाने से रोकना ही हमारा पहला कर्तव्य होना चाहिए। वे उनके ग्राम पंचायत में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत जरूरतमंदों को दिए जाने वाले राशन की अच्छी व्यवस्था कर लें। ताकि महामारी के दौरान उनके ग्राम पंचायत में कोई भी जरूरतमंद परिवार भूखा न रहे इस बात का निरीक्षण खुद सरपँच और उनके सहयोगी पंच लगातार करते रहें।

इसी तर्ज पर ग्राम पँचायत नवापाली-बिंजकोट की महिला सरपंच व स्थानीय पंचों ने भी अपने ही क्षेत्र में रोजगार गारंटी के अंतर्गत कई कार्य प्रारम्भ करवाया है। ताकि स्थानीय स्तर पर ही ज्यादातर ग्रामीणों को रोजगार मिलता रहे।

इधर ग्राम पंचायत बड़े अंतरमुड़ा के सरपंच हीरा लाल खडिया और पंचों ने प्रशासन के सहयोग से अपने क्षेत्र में ही रोजगार गारंटी के अलावा दूसरे अन्य काम प्रारम्भ करवाने के तैयारी शुरू कर दी हैं। वे स्थानीय ग्रामीणों को अपने क्षेत्र में ही रोजगार देने की प्राथमिकता की बात करते हैं। ताकि अगर लाकडाउन लंबा भी चलता है, तो भी लोग काम और राशन की तलाश में गांव से बाहर न जाएँ। वे टीका करण को लेकर भी काफी गम्भीर है। उनका प्रयास है कि किसी तरह उनका ग्राम पंचायत कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहे।

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button