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कोरोना संकट से डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी जूझ रहे, पर उनके लिए अनुकूल माहौल बना रही पुलिस व जिला प्रशासन : गौतम अग्रवाल

समाज की निगाहें में पुलिस के कामकाज और उसके तौर-तरीके अत्यंत सराहनीय

सिंहघोष/रायगढ़। दैनिक जनकर्म के प्रधान संपादक व सक्रिय युवा हृदय सम्राट गौतम अग्रवाल ने बताया जब पूरा देश कोरोना वायरस से उपजी वैश्विक महामारी से जूझ रहा है तब डॉक्टरों, स्वास्थ्य एवं सफाई कर्मियों के साथ-साथ पुलिस की भी भूमिका अहम हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि इस समय समाज की निगाहें पुलिस के कामकाज और उसके तौर-तरीकों पर हैं। इस महामारी ने लोगों को घरों के अंदर बैठा दिया है और उनके पास करने को कुछ खास काम भी नहीं है। इस परिस्थिति में कोरोना के खिलाफ जंग में कौन कितना काम और कैसे कर रहा है, इसे जांचने-परखने के लिए लोगों को समय भी मिल गया है।

उल्लेखनीय है कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया तो पहले से ही था, अब सोशल मीडिया की बदौलत जन-जन तक हर जानकारी हाथों-हाथ पहुंच रही है। रायगढ़ शहर की जनता न केवल पुलिस के कामकाज को देख रही है, बल्कि पुलिस के सामने आ रही चुनौतियों का संज्ञान भी ले रही है। वह पुलिस को उन समस्याओं से अवगत कराने का भी काम कर रही है जो नगर में कहीं पर भी सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया के इस युग में किसी समस्या को छिपाना संभव भी नहीं। यदि पुलिस किसी समस्या से अनजान भी होती है तो किसी न किसी के जरिये वह उससे परिचित हो जाती है। दरअसल मीडिया और खासकर सोशल मीडिया ने पुलिस तक आम लोगों की पहुंच बहुत आसान बना दी है। इसे आसान बनाने का काम खुद पुलिस ने भी किया है। वह सोशल मीडिया पर उपलब्ध है और कोई भी उसे अपनी समस्या-शिकायत से अवगत करा सकता है।

लोग हर तरह की सहायता के लिए पुलिस से मांग रहे मदद

अक्सर पुलिस की आलोचना होती है, लेकिन तमाम आलोचना के बावजूद एक सभ्य समाज संकट की घड़ी में आम तौर पर सबसे पहले उसे ही याद करता है, भले ही उस संकट से निपटना सीधे तौर पर पुलिस के कार्याधिकार में न आता हो। आज ऐसी ही परिस्थिति है। पुलिस लोगों को खाना दवाएं मुहैया कराने के साथ उनकी अन्य जरूरतों को पूरा कर रही है।कोरोना के कहर से बचने के लिए जारी लड़ाई में पुलिस की महती भूमिका ने इस बात को पूरी दुनिया में बड़ी मजबूती से स्थापित कर दिया है कि संकट काल में जनता की पहली पसंद पुलिस ही है। अब जब लोगों की पुलिस से उम्मीदें बढ़ती जा रही हैं तब पुलिस कर्मियों के सामने एक ओर जहां अपना काम बखूबी निभाने की जिम्मेदारी है वहीं दूसरी ओर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की चुनौती भी है। वैसे तो कोरोना के कहर से सीधे तौर पर डॉक्टर और अन्य स्वास्थ्यकर्मी ही जूझ रहे हैं, लेकिन उनके लिए अनुकूल परिस्थितियों के निर्माण में पुलिसतंत्र की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है।

अच्छी तालमेल से स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन कर रहे काम परन्तु शहर सरकार दिख रही सबसे जुदा-जुदा

विषम परिस्थिति में अच्छी तालमेल से स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन काम कर रहे है जिसका पूरे शहर में प्रशंसा और सराहना हो रही है। जिससे नगरवासियों को बल व प्रोत्साहन मिल रहा है कि हर परिस्थिति से लड़ सकते है किंतु नगर निगम की रवैया सबसे जुदा जुदा ही देखने को मिल रहा है जो इस संकट की घड़ी के अनुसार ठीक नही है। नगर निगम प्रशासन व टीम का कार्य अभी तक लोगों का ध्यान आकृष्ट नही कर पाया है कि सबके साथ मिलकर अच्छी तालमेल से आई इस विपदा को लड़ते दिखे। आज अन्य विभाग से शहर सरकार को सीखने की जरूरत है।

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