निगम आयुक्त और सभापति के मध्य तू-तू,मैं-मैं की नौबत आई,शहर में तेजी से वायरल हो रहा है विवाद वाला वीडियो..

आयुक्त कक्ष में आकर सभापति ने कहा चूड़ी नही पहन रखा हूँ मैं… जवाब में आयुक्त आशुतोष पांडे ने कहा गेट आउट..।।
सिंहघोष/रायगढ़- प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर निगम रायगढ़ में आज एक बार तब माहौल बेहद गर्म हो गया जब निगम के सभापति जयंत ठेठवार व निगम कमिश्नर के बीच किसी बात पर बहस छिड़ गई।
कई कोंग्रेसी पार्षद सभापति के साथ निगम कमिश्नर से मिलने उनके चेम्बर पहुंचे,सुग्घर राइगढ़ की परिकल्पना लिए वार्ड वार विकास का दावा करने वाले निगम आयुक्त पर निगम के वार्ड पार्षदों ने नियम के विपरीत कार्य करने का आरोप लगाते हुए विरोध दर्ज करवाने उनके कक्ष पहुंचे। इसके पूर्व वार्ड पार्षद आज इसी बात की शिकायत सभापति जयंत ठेठवार के पास गए थे। सभी वार्ड पार्षदों ने यह आरोप लगाया कि निगम आयुक्त मनमाने तरीके से बिना टेंडर जारी किए निर्माण कार्य करवा रहे है। नियमतः कार्य न करने पर नाराज़ हुए पार्षदों से चर्चा कर सभापति जयंत ठेठवार निगम कमिश्नर के केबिन में सभी पार्षदों के साथ चर्चा करने पहुंचे,सामान्य चर्चा बात बात में तू तू मैं मैं और तेज़ झड़प में बदल गई। गुस्से गुस्से में निगम कमिश्नर ने सभापति को गेट आउट तक कह दिया,इतना सुनते ही वरिष्ठ कांग्रेसी व सभापति जयंत ठेठवार भड़क गए और उन्हें मर्यादा में रहने की सलाह दे डाली.कमिश्नर ने स्वछता सर्वेक्षण के हवाला देते हुए निगम के कार्य किए जाने का बहाना बनाया तो वंही कांग्रेसी पार्षदों के कहना था कि निगम आयुक्त शहर में किए जा रहे कार्यों के लिए न ही mic की स्वीकृति जरूरी समझ रहे है और न ही निगम द्वारा निर्माण कार्य का टेंडर जारी किया जा रहा है.इधर उक्त घटना से विपक्ष को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है। कांग्रेस की शहर सरकार के नाम को खराब करने का कार्य निगम आयुक्त द्वारा किया जा रहा है,स्वछता सर्वेक्षण में रायगढ़ का स्थान पहला आए यह हम सभी की चाह है परन्तु इसके लिए नियम को दरकिनार किया जाना कदापि उचित नही है।सभापति द्वारा लगाए गए आरोपो से निगम कमिश्नर बौखला गए और अपना आपा खो बैठे। बात बिगड़ती देख पूर्व सभापति सलीम नियरिया व पार्षद संजना शर्मा तथा शाखा यादव ने किसी तरह से बीच बचाव कर मामला शांत करवाया ।