रायगढ़

एन.एस.यू.आई छात्रों के भविष्य के साथ गंदी राजनीति करना बंद करें-शिवम आचार्य

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सिंहघोष/रायगढ़-24.02.22- भाजयुमो मंडल मंत्री शिवम आचार्य ने विज्ञप्ति जारी कर ऑनलाइन एग्जाम का विरोध जताते हुए कहा है कि ऑनलाइन एग्जाम को लेकर के रायगढ़ स्टूडेंट्स यूनियन के द्वारा अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास किया जा रहा है। जोकि बहुत ही निंदनीय है छात्रों को भ्रामक जानकारी प्रदान करके जो भटकाने का काम किया जा रहा है वह बहुत ही गलत है कोरोना महामारी में कहीं ना कहीं अभी उसकी कमी देखी जा सकती है। जिसमें एग्जाम ऑफलाइन लिया जा सकता है ।
जब शिक्षा क्षेत्र के सबसे निचली क्लास का परीक्षाओं को ऑनलाइन कराने से सुप्रीम कोर्ट ने मना कर दिया है तो शिक्षा के उच्च स्तर कॉलेजों की परीक्षा ऑनलाइन कराने की मांग कहां से उचित है। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है यह अगर छात्रों की जान पर बने तो ऑनलाइन के डिसीजन लेना सही होता है लेकिन बेमतलब की राजनीति के लिए छात्रों को मुद्दे से भटकना गलत है याचिकाकर्ताओं को जमकर फटकार भी लगाई गई है। इससे छात्रों में भ्रम पैदा होता है
छात्र खुद अवलोकन करें की ऑनलाइन एग्जाम उनके भविष्य को लेकर के किस हद तक सही साबित हो सकता है। क्या वह ऑनलाइन एग्जाम में बैठ कर के अपना डाटा एनालिसिस कर पाएगा और अगर कर पाएगा तो आगे चलकर के किसी भी नौकरी मैं पदोन्नत होकर क्या वह उस काम को कर पाएगा आज की युवा पीढ़ी को अति आवश्यक है कि वह इस पर विचार करें किसी के बहकावे या किसी के भ्रामक जानकारी पर ना आए।
विद्यार्थी इस बात से अवगत हों कि आज उनको सड़क में उतार कर उनके पढ़ने का समय भी बर्बाद कर रही है। विद्यार्थियों को बिना मेहनत के पास होने की जालसाज़ी में फ़ांस रही है और युवाओं को भड़का रही है।जब पूरा साल सहजता पूर्वक अध्ययन हुआ है फिर किस बात का ऑनलाइन परीक्षा? जब ग्रन्थालय खुले;पुस्तकों से लाभान्वित हुए विद्यार्थियों में नियमित कक्षाएं भी सुचारू रूप से मुहैय्या हुई फिर किस बात का ऑनलाइन परीक्षा?nsui ध्यान दें वो स्वयं को छात्र संगठन मानती है। फिर छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ ऐसे राजनीति खेलना बन्द करे और साथ ही साथ मैं इस आंदोलन में भिड़े भोले भाले युवा साथियों से निवेदन करना चाहूंगा कि इस निर्रथक भीड़ का हिस्सा बनने से बेहतर है। अध्ययन में समय लगाएं।जिस प्रकार युवा पीढ़ी द्वारा घिनौना जनसैलाब ऑफ़लाइन परीक्षा के विरुद्ध उतर रही है। प्रत्यक्ष प्रमाण है इस बात का कि वें केवल और केवल राजनीति का शिकार हो रहे हैं क्योंकि यह आंदोलन सरासर निराधार है,अपंग सिद्धांत से पूर्ण है ।
यदि इसी प्रकार से पढ़ना है तो बेहतर है कि जनरल प्रमोशन ही मांग ले nsui और यदि ऐसा लगता है कि अध्ययन में कुछ कमी रह गयी है तो परीक्षा के समय को आगे बढ़ाकर पढ़ाई पूर्ण करने की जायज मांग किया जाना चाहिये।
किंतु इस प्रकार के नकल पूर्वक पास होने का प्रयास नही किया जाना चाहिए।

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