रायगढ़ विधानसभा के प्रथम सर्वें के मुताबिक “corona” काल के समय दिए सहयोग को प्राथमिकता…।।

सर्वें के दूसरी किश्त अगले अंक में
सिंहघोष/रायगढ़-18.05.23- विधानसभा चुनाव को लेकर रायगढ़ में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। सियासी दलों के संभावित दावेदारों में जहां एक तरफ सक्रियता देखी जा रही है वहीं आमलोगों के बीच अपनी पैठ जमाने की कवायद भी शुरू हो गई है और मतदाता राजनीतिक लब्बोलुआब को परखने की मुद्रा में है।
इस स्थिति को समझने और आमलोगों की नब्ज टटोलने रायगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सर्वे किया गया।
इस सर्वे में विधानसभा क्षेत्र के 292 मतदान केंद्र के करीब 3000 लोगों से जानकारियां एकत्र किए गए। सर्वे में लोगों से अलग अलग पहलू पर जानकारी ली गई इस रिपोर्ट में हम कोरोना काल के दौरान लोगों के सामने आई मुश्किलें और उनके निदान में की गई पहल और मिले सहयोग के संबंध में लोगों से लिए गए सैंपल की बात करेंगे सर्वे इस बार प्रमुख रूप से कोरोनाकाल मे जिस तरह आमजन परेशान,स्वास्थ्य विभाग मे सुविधाओं की कमी,काम न होने की वज़ह से भुखमरी,अपनों को अपने सामने मरते देख भी मुह बंद रखने की मजबूरी किसी नर्क से कम नहीं थी ऐसे में जिन जनप्रतिनिधियों ने जनता के साथ खड़े रहने की हिम्मत दिखाई उनको जनता भी इसका ईनाम वोट के रूप मे देगी।
चूंकि यह सर्वे राजनीतिक पहलुओं को समझने की मंशा से किया गया जिससे ऐसे ही लोगों से संबंधित प्रश्न पूछे गए।जवाब तो समाजसेवा करने वाली संस्थाओं,पुलिस के संबंध में मिले लेकिन उसे हम शामिल नहीं कर रहे हैं।
यहां चर्चा स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सेवाओं में मिलें योगदान की कर रहे हैं।
निजी चिकित्स्कों में डा. राजू अग्रवाल और डा.प्रकाश मिश्रा ऐसे दो नाम सामने आये हैं।स्वास्थ्य सेवा में इनके योगदान को बेहतर माना गया हम यहां शासकीय सेवा में रहने वाले चिकित्सकों की बात नहीं कर रहे। यहां सिर्फ निजी सेवा में जुटे चिकित्सकों को शामिल किया गया है,जिनका राजनीतिक दलों से है और चिकित्सा सेवा में भी है कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों तक राशन पहुंचाना रहा। इस सेवा में सरकारी तंत्र का सहयोग तो सराहनीय रहा परंतु राजनीति से जुड़े लोगों की बात करें तो पूर्व विधायक स्व.रोशन लाल की टीम और नगरनिगम क्षेत्र में सभापति जयंत ठेठवार के योगदान को बेहतर बताया गया। इसके अलावा जरूरतमंद लोगों अन्य सेवाएं देने इसके अलावा जरूरतमंद लोगों को अन्य सेवाएं देने में एक ऐसा नाम सामने आया है,जो अंदरुनी रूप से लोगों को हर संभव सहयोग करने में तत्पर रहा। अनिल अग्रवाल चीकू और उनकी टीम ने जिस तालमेल के साथ लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में लोगों की मदद की वहीं कोरोना से पीड़ित लोगों को उपचार के दौरान पका भोजन उपलब्ध कराया,उसे भी लोगों ने बेहतर सेवा बताया।
रायगढ़ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में किए गए सर्वे में लोगों ने कोरोना काल में मिले मदद को लेकर जो बात कही उसका आगामी दिनों में उसका असर रायगढ़ की राजनीति पर पड़ना स्वाभाविक है।आगामी विधानसभा चुनाव में कोरोना काल की उपलब्धि और असफलता का असर किस पर कितना और किस रूप में पड़ेगा,यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
सर्वें की परत दर परत खुलनी बाकी है जो की निरंतर है और आपके समक्ष प्रस्तुत भी की जाएगी।
सर्वें रिपोर्ट की विश्वस्नीयता जब रहती है ज़ब वह बीते साढ़े चार साल में हुए कार्य और घटना के अनुसार हो मसलन करोना काल लगभग 2 वर्ष रहा और इसी के कारण यह सर्वें का विषय पंजाब प्रदेश में भी बना और आप पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने भी इसे स्वीकार किया था, लगभग 19 विधायक करोना काल में सेवा करने वालों में से पंजाब में एक तरफा जीते।
(क्रमशः)