वैक्सीन को लेकर दल गत राजनीति से ऊपर आएं पक्ष-विपक्ष…

सिंहघोष/रायगढ़- एक तरफ पूरा देश और हमारा राज्य छ ग कोरोना की दूसरी लहर की भयावह विभितसिका को झेल रहा है व आये दिन संक्रमितों सहित मरने वालों की संख्या बढ़ रही है देश के दर्जनों राज्यों में कोरोना की दूसरी लहर का कहर काल बन कर टूट रहा है। हमारा राज्य छःत्तीसगढ़ और रायगढ़ शहर भी इस वैश्विक महामारी की जद में आ चुका है रोजाना हजारों कोविड संक्रमित सामने आ रहे है इसके बावजूद राज्य में टीकाकरण की चाल लगभग कछुए की गति से चल रही है।
इसकी वजह पूछे जाने ओर सत्ता पक्ष काँग्रेस का कहना है कि केंद्र में भाजपा सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनका तंत्र छ.ग राज्य से दोहरा व्यवहार करते हुए मांग के अनुरूप कोरोना वैक्सीन नही दे रहे हैं। ऐसे में हमारे राज्य और शहर में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया ढीली पड़ गई है।
जबकि विपक्षी पार्टी भाजपा के नेता कल्पेश पटेल का आरोप है कि राज्य को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन दी जा रही है,परन्तु मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के पास वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को सुचारू रुप से चलाने की कोई ठोस रणनीति ही नही है। यही वजह है कि माननीय हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को टीकाकरण रोकने पर कड़ी चेतावनी दी है।
इधर जिले के ख्याति लब्ध सामाजिक कार्यकर्ता राजेश त्रिपाठी का कहना है कि हमारा देश और प्रदेश दोनों कोरोना की दूसरी लहर के कारण जान माल की भयंकर बर्बादी का उदाहरण बना हुआ है। ढाई करोड़ लोगों के संक्रमित होने और प्रतिदिन 4 से 5 लाख लोगों के पाजेटिव आने को आप हल्के में नही ले सकते वो भी तब जब आपके ही द्वारा बताए जा रहे आंकड़ों के अनुसार रोजाना 2 से 4 हजार मरीजों की मौत हो रही हो। देश का चिकित्सकीय ढांचा लगभग चरमरा सा गया है। जब देश प्रदेश के सत्तारूण दल के नेताओं को भली- भांति पता था कि कोरोना की जानलेवा सेकेंड वेब हमारे सामने आएगी तब भी दोनों सरकारों ने समय रहते उचित तैयारी नही की उलट उनके द्वारा जमकर लापरवाही की गई। जबकि पूरी दुनिया मे इस महामारी से बचाव के लिए टीकाकरण को ही महत्वपूर्ण उपाय बताया गया था। आज जब देश-प्रदेश में भयावह स्थिति बनी हुई है तो राज्य और केंद्र के सत्तारूढ़ दल कांग्रेस और बीजेपी आपसी सामंजस बिठा कर समय की मांग के अनुरूप युद्ध स्तर पर टीकाकरण करने के बजाए आरोप प्रत्यारोप में लगे हुए है। आज दोनों दलों के द्वारा अपनी-अपनी मांग को लेकर वर्चुवल विरोध किया जा रहा है यह उसी नौटँकी का हिस्सा है।
जबकि सत्ताधारी दल कांग्रेस के युवा नेता रानू यादव का कहना है कि आज विपक्षी दल भाजपा के नेता जो काला दिवस मना रहे है। वे लोग अपनी पार्टी की केंद्र सरकार से सवाल करने के बजाए बेमतलब राज्य में अच्छा काम कर रही कांग्रेस सरकार और उसके मुखिया भुपेश बघेल जी को घेरने का प्रयास कर रहे है। जबकि श्री बघेल ने समय रहते राज्य की जरूरतों के अनुरूप 75 लाख वैक्सीन का आर्डर देकर उसका सम्पूर्ण भुगतान तक कर दिया था। इसके बावजूद छ्ग राज्य को महज डेढ़ लाख टिके दिए गए हैं। यही वजह है कि प्रदेश में अभी वर्तमान में 18+से 45 के बीच होने वाला टीकाकरण अभियान सुस्त पड़ गया है। मेरी नजर में राज्य में टीकारण की प्रक्रिया धीमी करने में केंद्र की मोदी सरकार का बड़ा योगदान है।