समर्पण अभियान के तहत वृद्धाश्रम पहुँचे पुलिस अधीक्षक..।


सिंहघोष/रायगढ़-रायगढ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ पुलिस के द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए पांच जिलों रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव और रायगढ़ में “समर्पण’’ अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक रायगढ़ संतोष कुमार सिंह इस अभियान को लेकर काफी गंभीर है,अभियान को सफल बनाने पहले ही उनके द्वारा पुलिस कार्यालय में राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना,चौकी प्रभारियों की बैठक लिया गया था और जिले के सभी थाना, चौकी प्रभारियों के लिये कार्यालय से महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए जा चुके थे।

अभियान के तहत 31 अक्टूबर तक जिले सीनियर सिटीजनों का रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। इसके लिये थाना चौकी प्रभारियों को अभियान का विभिन्न माध्योमों से प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक सीनियर सिटीजन का रजिस्ट्रेशन कराने का टार्गेट दिया गया है। पुलिस अधीक्षक द्वारा उनसे अभियान के प्रचार प्रसार को बल देने के लिहाज से आज शहर के कौहाकुंडा स्थित वृद्धाश्रम पहुंचे व यहां रह रहे बुजुर्गों का हाल-चाल जाना। उन्हें छ ग सरकार की इस महवपूर्ण योजना समर्पण के बारे में जानकारियां दी। आश्रम में कई वृद्धों का पंजीयन करवाया। उन्हें मास्क,सेनेटाइजर और विटामिन सी की गोलियां दी,और कोरोना महामारी से बचाव के तरीके समझाए।
इधर प्रेस से मुखातिब होकर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि जिले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पुलिस महानिदेशक डी एम अवस्थी के निर्देश पर जिले में सीनियर सिटीजन सेल बनाया गया है । जिसका उद्देश्य समाज के वृद्धजनों को संवेदना के साथ सुरक्षा देना है। इस उद्देश्य से थाना स्तर पर सीनियर सिटीजन के पेंडिग शिकायत, रिपोर्ट को शून्य करने का लक्ष्य है । इसके लिये उनके द्वारा सभी प्रभारियों को सख्त निर्देश दिया गया है कि थाना स्तर पर सीनियर सिटीजन के लंबित शिकायत,रिपोर्ट निरंक किये जाये,इसके लिये प्रभारियों को एक सप्ताह का समय दिया गया। उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन के बाद सीनियर सिटीजनों की शिकायत,समस्याओं की पुलिस मुख्यालय में बनाई गई मॉनिटरिंग सेल द्वारा मॉनिटरिंग की जावेगी, इसलिये जिले में सीनियर सिटीजन के शिकायत, रिपोर्ट की स्थिति बेहतर हो । उनके द्वारा सभी थानों के सिनीयर सिटीजन सेल की मॉनिटरिंग के लिये जिला स्तर पर डीएससी ट्राफिक श्री पुष्पेन्द्र बघेल को नोडल अधिकारी बनाया गया है जो पुलिस कार्यालय में बनाये गये सीनियर सिटीजन सेल स्टाफ के साथ सभी थाना, चौकियों में सीनियर सिटीजन के समस्याओं का निराकरण एवं फालोअप करना सुनिश्चित करेंगे । हमारे संविधान में ऐसी व्यवस्था है परिवार का कोई सदस्य अपने बुजुर्गों को प्रताड़ित करता है या घर से निकाल देता है तो उसके खिलाफ मामला दर्ज कर उसे जेल भी भेजा जा सकता है।