अपनी मांगों को लेकर रोजगार सहायक धरने पर…।।

सिंघघोष/ रायगढ़,एक तरफ प्रदेश की कांग्रेस सरकार और पार्टी कार्यकर्ता दूसरी वर्षगांठ मनाने में व्यस्त हैं तो दूसरी तरफ प्रदेश के विभिन्न कर्मचारी संगठन के लोग अपनी-अपनी मांगों को लेकर सरकार के विरुद्ध हड़ताल और धरना प्रदर्शन पर करने में लगे हैं। अभी दो दिन पहले ही करीब 25 दिन तक लगातार हड़ताल करने के बाद पटवारी संघ काम पर वापस लौटा है। इसके बाद पंचायत सचिव संग और रोजगार सहायकों ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है।
जिले के पुसौर तहसील के जनपथ कार्यालय के बाहर सरकार की कथित वादा खिलाफी से नाराज रोजगार सहायकों ने बताया कि वे लोग अपनी मांगों को लेकर 30 दिसंबर से ही काम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।
रोजगार सहायक संघ के जिला अध्यक्ष सचिन साहू ने बताया कि वर्ष 2016 में पंचायत सचिवों की हड़ताल के समय वर्तमान पँचायत मंत्री टी एस सिंहदेव ने हमारे पंडाल पर आकर कहा था कि हम सबकी मांगे जायज है ,प्रदेश में कांग्रेस सरकार के बनते ही सभी मांगे मान ली जाएगी। परन्तु दो साल तक कांग्रेस सरकार के कुछ न किये जाने पर जब हमारे प्रदेश अध्यक्ष और संगठन के लोग उनसे मिलने उनके बंगले पहुंचे तो उन्होंने हाँथ खड़ा कर दिया। इस तरह के छल से नाराज होकर हमे आंदोलन की राह पकड़नी पड़ी।
अब रोजगार सहायक संघ के जिला अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण साव ने बताया कि वे लोग 26 दिसम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है।उनकी प्रमुख मांग यह है कि दो साल परवीक्षा की अवधि पूर्ण होने के बाद उनका शासकीय करण किया जाए। स्थानीय लोगों की मानें रोजगार सहायकों की हड़ताल से ग्राम पंचायतों में ताला बंदी कि स्थिति निर्मित हो सकती है,साथ ही मनरेगा के काम भी प्रभावित होंगे। फिलहाल पंचायत मंत्री से वार्ता विफल होने के बाद रोजगार सहायक संघ का प्रांतीय प्रतिनिधि मंडल के दिशा निर्देश पर निम्नलिखित मांगों को लेकर रोजगार सहायको की अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी है। उनकी प्रमुख मांगे है, वेतनमान निर्धारण नियमितीकरण किया जाए,पंचायत सचिव पद पर शत-प्रतिशत सीधी भर्ती हो,रोजगार सहायकों को सहायक सचिव घोषित किया जाए। नगरीय निकाय में सम्मिलित ग्राम पंचायतों के रोजगार सहायकों को उसी निकाय में समायोजन हो।