
सिंहघोष/रायगढ़-10.8.21 रायगढ़ जिले के विकास खण्ड धरमजयगढ़ के अंतर्गत आने वाले कई ग्राम पंचायतों को केवल कागजो में ही आनन-फानन मेंओडीएफ घोषित करने का खेल चला है। ऐसा ही एक मामला ग्राम पँचायत ढोढ़ागाँव से प्रकाश में आया है।
जहाँ के सरपंच – सचिव ने देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी के सपनों के अनुसार “स्वच्छ भारत मिशन” के अंतर्गत बनाये जाने वाले शौचालयों को बिना निर्माण कराये ही लाखों रूपये निकाल कर उंक्त रकम का बंदर बांट कर लिया है।
इस कृत्य से जहां सरपंच– सचिव मालामल हो गये,वही जरूरतमंद ग्रामीणों के घरों में या तो शौचालय बने ही नही या बने भी तो आधे-अधूरे और उपयोग हीन ! इस ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण पूर्ण नहीं होने के कारण ग्रामीण खुले में शौच जाने को
मजबूर हैं.
हम जिस ग्राम पँचायत की बात कर रहे हैं, वह जनपद पंचायत धरमजयगढ़ का वनग्राम ढोढ़ागाँव है। जो कि चारों तरफ से घने जंगलों से घिरा हुआ हाथी प्रभावित गाँव है। ढोढागाँव की तस्वीर देख कर ही आप स्वयं समझ सकते हैं। यहाँ के स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सरकारी कर्मचारियों ने किस तरह ग्रामीणों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा हैं। और तो और शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत किये जाने वाले विकास कार्यों में बड़ी धाँधलियाँ भी की है।। परिणाम स्वरूप आजादी के इतने सालों के बाद आज भी ग्राम पंचायत ढोढ़ागाँव सुविधाहीन तथा अति पिछड़ा गांव कहलाता है।।