सारंगढ़ थाना प्रभारी पर डंडे से पीटकर हाँथ तोड़ने का आरोप, टी आई ने कहा बाइक से गिरे..तूल पकड़ने लगा ग्रामीण युवक की पिटाई का मामला..

सिंहघोष/सांरगढ़:- लाकडाऊन के दौरान पुलिस औऱ आम जनता के बीच विवादास्पद घटनाओं में आज एक नई कड़ी जुड़ गई।।
जब घटना को लेकर जिला मुख्यालय रायगढ में डॉक्टर प्रशांत अग्रवाल के पास इलाज करवाने आए पीड़ित युवक ने मीडिया कर्मियों को आपबीती बतायव।। पीड़ित ने बताया कि वह सारंगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम दमसरा भंवरपुर का निवासी है। वह आज सुबह करीब साढ़े सात बजे युवक सियाराम कोसले पिता हेमलाल कोशले सारंगढ़ तहसील मुख्यालय में गैस सिलेंडर लेने अपने एक साथी के साथ आया हुआ था।। वहां लम्बी लाइन होने की वजह से वहां नंबर लगाकर वह दुकान से दूसरी सामग्री खरीदने चला गया इसी बीच करीब आठ साढ़े आठ बजे के बीच भारत माता चौक पर खड़े सारंगढ़ टी आई आशीष वासनिक ने युवक को रोका और पूछताछ में यह बताये जाने के बाद भी कि वह गैस सिलेंडर भरवाने आया है।। बिना कारण उसके साँथ अपमानजनक व्यवहार करते हुए डंडे से इतनी बुरी तरीके से पीटा की एक तरफ उसका हाँथ फैक्चर हो गया और शरीर के दूसरे अंगों में भी गम्भीर चोटें आई।। इस तरह मन भर के पिटाई करने के बाद टी आई वासनिक उसे तड़पता छोड़ कर चलते बना।।
दर्द और अपमान से नाहक मार खाये युवक ने सोशल मीडिया में सांरगढ़ टी आई उर्फ सिंघम की करतूतों को रोते बिलखते वायरल किया। साथ ही अपने परिजनों के साथ sdop सारँगढ़ को घटना की लिखित शिकायत करने गया।। जहां उसकी शिकायत पर sdop ने यह कह कर पावती देने से मना कर दिया कि हो गया गलती से अगर टी आई ने मार दिया तो इलाज ला खर्चा लेकर इलाज करवा लो। बिना मतलब शिकायत वगैर मत करो नही तो उल्टे तुम्हारी टी आई तुम्हारी परेशानी बढ़ा देगा। तुम्हारे आवेदन पर पावती नही दे सकता क्योंकि डिपार्टमेंट की बात है।।
इस तरह sdop के व्यवहार से दुखी होकर पीड़ित अपने परिजनों के साथ जिला मुख्यालय रायगढ़ स्थित सुप्रशिद्ध अस्थि रोग विशेषज्ञ डाक्टर प्रशांत अग्रवाल के क्लिनिक आये जहां उन्हें हाथ की हड्डी का फैक्चर होना बताया गया और प्राम्भिक इलाज करते हुए कच्चा प्लास्टर लगा कर दो दिन बाद पक्के प्लास्टर के लिए अस्पताल आने को कहा गया।। इधर पीड़ित युवक का वायरल वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से बहुतों के पास पहुंच गया और पीडित ने जिला मुख्यालय के पत्रकारों को अपनी व्यथा भी सुनाई।।
इसके बाद मामले को लेकर टी आई आशीष वासनिक ने कुछ पत्रकारों के माध्यम से अपना पक्ष रखा और सफाई दी कि उन पर लगा आरोप गलत है। तीन युवक एक बाइक में सवार होकर भारत माता चौक में बाइक से गिरे है।। उससे युवक को चोट आई है।।
इधर पीड़ित युवक के परिजनों का कहना है,टी आई मामले को लेकर उन पर आवाश्यक कुछ ऐसे पत्रकारों के माध्यम से दबाव बना रहे हैं जो उन्हें सिंघम कहकर प्रचारित करते रहे हैं।। वही घटना स्थल भारत माता चौक में लगे सी सी टी वी फुटेज को चेक कर लिया जाए तो दुध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।। वही पीड़ित का कहना है कि टी आई कि झूठी दलील को समझिये अगर बाइक में सवार तीन लोग गिरते तो चोट सिर्फ उसे ही क्यों लगती और बाइक से गिरकर घायल होने और डंडे से बेरहमी से मार खाने वाले चोट का अंतर साफ दिखता है। बहरहाल पीड़ित ने पूरे घटना क्रम की शिकायत मुख्यमंत्री छ ग,गृहमंत्री छ्ग,डी जी पी रायपुर,आईजी बिलासपुर सहित जिला पुलिस अधीक्षक रायगढ से कर दी है।।