रायगढ़

तहसील कार्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अधिवक्ता संघ ने खोला मोर्चा…। 500 से अधिक वकीलों ने कोर्ट से लेकर एसपी कार्यालय किया पैदल मार्च…।।

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सिंहघोष/रायगढ़-14.02.22-अधिवक्ता बनाम एडमिनिस्ट्रेशन के बीच का संघर्ष जारी है। एक ओर जहां आज प्रदेश भर में तहसील कार्यालय के कर्मचारी काम बंद कर धरना प्रदर्शन किये। वहीं दूसरी ओर आज रायगढ़ जिले के अधिवक्ता संघ ने रायगढ़ जिला न्यायालय से पैदल मार्च निकालकर एसपी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने अपनी मांगे रखी। उनके दो प्रमुख मांग थी। जिसमें तहसील कार्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार को प्रमुखता से उठाया गया। इसके साथ ही जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडेय ने वकीलों के साथ जिस तरीके से पुलिस कार्रवाई हो रही है। उसके उसे गलत बताया व रायगढ़ पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की गई।

अधिवक्ता संघ एसपी से मिलकर रखी मांगे

जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कोर्ट से करीब 500 से अधिक की संख्या में महिला और पुरुष वकील जिला पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करने पहुंचे थे। मुलाकात के बाद अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजेंद्र पांडे ने मीडिया को बताया कि “हमारे वकील साथियों के साथ पुलिस गलत तरीके से पेश आ रही है” इसके लिए जिला पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की गई। जहां उन्हें संतोषजनक जवाब मिला। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, तहसील कार्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका आंदोलन जारी रहेगा।

स्टेट बार काउंसिल का ऐलान! काली पट्टी लगाकर वकील करेंगे काम!

प्रदेश बार काउंसिल ने भी तहसील कार्यालय में चल रहे जन्म प्रमाण पत्र से लेकर राजस्व तक के मामलों में अनावश्यक पैसे की मांग को संज्ञान में लिया है। स्टेट बार कौंसिल ने ऐलान किया है कि 15 फरवरी को दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही और भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर वकील अपना काम करेंगे। इसके साथ ही सचिव राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग छत्तीसगढ़ से तहसील कार्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार और मारपीट को लेकर कार्रवाई के लिए ज्ञापन दिया जाएगा।

पूरे मामले पर एक नजर

आपको बता दें कि गुरुवार को एक अधिवक्ता जितेंद्र शर्मा को तहसील कार्यालय से गाली गलौज करते हुए धक्के मार कर निकाल दिया गया था। अधिवक्ता संघ ने तहसीलदार एवं उसके मातहतों के खिलाफ अगले दिन तहसील कार्यालय का घेराव किया। जहां दोनों पक्षों के बीच बहस की स्थिति निर्मित हुई। इसी बीच वकीलों और कर्मचारियों की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। जिसके बाद कर्मचारी संघ कलेक्ट्रेट के सामने धरना देने बैठ गया। इसके आधे घंटे के बाद तीन वकीलों पर नामजद एफ.आई.आर दर्ज हुई। जिसमे एस्ट्रोसिटी एक्ट और सरकारी काम में बाधा जैसे गंभीर गैर जमानतीय धाराएं शामिल है।पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें से एक नामजद है। कर्मचारी संघ ने सोमवार से काम बंद का ऐलान कर दिया था। प्रदेश स्तर पर तहसील कार्यालय आज बंद रहे। आज 2 अधिवक्ताओं की गिरफ्तारी के बाद कर्मचारी संघ ने धरना बंद किया।

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