अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति ने बैकुंठपुर एसपी और पटना थाना प्रभारी को हटाए जाने की माँग को लेकर मुख्यमंत्री और डीजीपी के नाम पुलिस अधीक्षक को सौंपा ज्ञापन…।।

सिंहघोष/रायगढ़-16.02.22-आज दोपहर अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के जिला अध्यक्ष नवरतन शर्मा के नेतृत्व में पत्रकारों का एक दल एडिशनल एसपी रायगढ़ लखन पटले से मिलने पहुँचा। जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व डीजीपी जुनेजा के नाम पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया गया। जहाँ पत्रकार रवि रंजन के खिलाफ हुई FIR वापस लेने तथा बैकुंठपुर पुलिस अधीक्षक (Sp) और पटना थाना प्रभारी (Ti) को तत्काल हटाये जाने के साथ पत्रकार पर हुई एफआईआर की जांच करने संबंधी मांगे रखी गयी हैं। अन्यथा Abpss ने प्रदेश के कोने-कोने में आंदोलन करने की बातें कही है।
आगे दिए गए आवेदन पत्र में कहा गया है कि-पत्रकार के खिलाफ़ द्वेषपूर्ण कार्यवाही करने पर जिला बैकुंठपुर पुलिस अधीक्षक एवं पटना थाना प्रभारी को तत्काल हटाया जाने एवं पत्रकार के खिलाफ की गई. एफआईआर की जांच हेतु डीजीपी छत्तीसगढ़ जुनेजा विगत दिनों हमारे पत्रकार साथी रवि रंजन सिंह के द्वारा सोशल मीडिया में वायरल चैट को लेकर एक लेख प्रकाशित किया गया था। जिसमें आपके विभाग के कई कर्मचारियों के नाम सामने आए थे? जिसके चलते पुलिस अधीक्षक बैकुंठपुर की शह पर थाना प्रभारी पटना के द्वारा बिना जांच पड़ताल किये पत्रकार रवि रंजन सिंह के ऊपर फर्जी मामला दर्ज कर दिया गया और उनके निकट जनों को एक अपराधी की भाँति बिना किसी सर्च वारंट व बिना दूसरे जिले के लोकल पुलिस एवं परिवार जनों को सूचना दिए, सूरजपुर जिले से लाकर पटना थाने में मार पीट की गई, जिसमें एक महिला एवं १३ वर्ष के नाबालिग बच्चे को मानसिक एवं शारिरिक क्षति पहुंची है।
अनुरोध है पत्रकार के ऊपर हुई गलत एफआईआर को तत्काल हटाया जाए एवं उसकी गिरफ्तारी रोकी जाए एवं ऐसे पुलिस अधीक्षक एवं थाना प्रभारी को भी तत्काल हटाया जाये जो चौथे स्तम्भ का सम्मान नहीं करते हैं। बल्कि उनसे द्वेष रखते हुए अपने पद का दुरुपयोग कर रहे हैं जिसका अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़ घोर विरोध एवं निंदा करता है। नहीं हटाये जाने की दिशा में प्रदेश के हर जिले में धरना प्रदर्शन दे कर विरोध प्रकट किया जायेगा उसके बाद एक महाधरना रायपुर में किया जायेगा।
पत्रकार का कार्य समाचार प्रकाशित कर समाज में चल रहे बुराई को सामने लाना होता है। जिसके लिए पत्रकार स्वतंत्र होता है। अगर पुलिस प्रशासन इस तरह अपने निजी शत्रुता के लिए अपने पद का गलत इस्तेमाल करता है तो यह कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ है।जिसे बरदाश्त नहीं किया जा सकता।