सियानों का आयुर्वेद अस्पताल में हो रहा जतन…। जिला आयुर्वेद चिकित्सालय के “सियान जतन क्लीनिक” में आए 61 मरीज…।।

सिंहघोष/रायगढ़.08.09.22.आयुष विभाग रायगढ़ के अधीनस्थ संचालित शासकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में “सियान जतन क्लीनिक” प्रत्येक माह के गुरूवार को वृद्ध नागरिकों के लिए चलाया जा है। बुजुर्गों को लंबी कतार और परेशानी से निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार ने इसी साल अप्रैल माह से सियान जतन क्लीनिक की शुरुआत की है। जिसमें आयुर्वेद, पंचकर्म चिकित्सा, पैथोलॉजी सुविधाएं मौजूद रहती है।आयुर्वेद चिकित्सालय के अतिरिक्त सियान जतन क्लीनिक आयुष विभाग के सभी संस्थाओ में संचालित है। इस क्लीनिक के माध्यम से अभी तक जिला आयुर्वेद चिकित्सालय में 900 से अधिक सियानों (बुजुर्गों) ने लाभ लिया है।
65 साल के लाभार्भी बुजुर्ग रत्थू राम ने बताया: ”दिन निश्चित होने से अब उन्हें आने जाने में समस्या नहीं होती। अब टोकन मिलने के कारण नंबर लगाने की दिक्कत नहीं होती। पेट दर्द और कब्ज की शिकायत उन्हें रहती है जिसका इलाज यहां जारी है। मुफ्त में दवा मिल रही है और मैं इस सियान जतन क्लीनिक से खुश हूं।“
इसी तरह 65 साल के बुजुर्ग रूपधर का कहना है: “यहां अच्छा लगता है। मैं चलने में असमर्थ था बात करने में दिक्कत होती थी। जब से इस क्लीनिक की व्यवस्था हुई है तब से दवा और परामर्श समय से मिल रही है। चलने की समस्या ठीक हो रही है और अब बोलने में दिक्कत नहीं होती।“
जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. मीरा भगत ने कहा: “अब यह क्लीनिक निरंतर चल कर अधिक से अधिक रोगियों को लाभान्वित कर रहा है। इसमें वृद्धजनों ,वरिष्ठ नागरिकों, पेंशनर्स को निःशुल्क ओपीडी ,पंचकर्म ,पैथोलाजी की सुविधा दी जाती है। यह वृद्धजनों के लिए है उनके बैठने के लिए खास इंतजाम किये गए हैं। उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है। 61 मरीजों ने चिकित्सीय परामर्थ लिया जिसमे 7 पंचकर्म और 11 पैथालॉजी से भी लाभान्वित हुए।
चिकित्सालय प्रभारी डा. नीरज कुमार मिश्रा ने बताया: “वृद्धावस्था में अपने स्वास्थ्य के सुरक्षा की चिंता वृद्धजनों को सबसे अधिक रहती है।उनके लिए यह कोई वरदान से कम नहीं।कोरोना काल में भी यह चिकित्सालय निरंतर अपनी सेवा देता रहा। आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराने वालों में बच्चों से लेकर युवा और वृद्ध भी हैं। एक विशेष दिन को हमारे बुजुर्गों के लिए सुरक्षित रखना बड़ी बात है।बुजुर्गों के लिए इस प्रकार की व्यवस्था वो भी आयुर्वेद के क्षेत्र में बेहतरीन शुरुआत है।“