सभी नशेड़ियों,भंगड़ियों को मिलेगा स्वेच्छाअनुदान का लाभ-हो.सा

सिंहघोष/रायगढ़-24.03.24-हो.स
स्वेच्छा अनुदान यानी की स्वेच्छा से दिया गया अनुदान जिसका लाभ बहुत जल्द छत्तीसगढ़ के अनपढ़,नशेड़ी,भंगेड़ी युवाओं को इसका लाभ मिलने वाला है क्योंकि महिलाओं के लिए मातृ वंदन योजना जिसके तहत हर महिलाओं को ₹1000 का अनुदान मिल रहा है इसकी अपार सफलता को देखते हुए राज्य सरकार ने यह अपने विचार में लाया है कि अब हम प्रदेश के युवाओं को भी स्वेच्छानुदान से हर माह तीन ₹3000 उनके मौज-मस्ती अय्याशी के लिए उनके खाते में डालेंगे जिससे युवाओं को नशे के लिए किसी से 10 ₹20 मांगने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी और वह विकसित भारत की ओर अपने विचार सार्वजनिक रूप से,चौक-चौराहे पर तेज आवाज में चिल्ला-चिल्ला कर रख सकेंगे जिससे सरकार को युवाओं के विचार खुले तौर पर मिलेंगे और वह भारत को विकसित बनाने में इन विचारों को प्रारूप बनाकर राज्यसभा,लोकसभा में पेश कर कानून बनाएगी।
आज का युवा कल का भविष्य है इस सोच के साथ सरकार स्वेच्छानुदान का पूर्ण रूप से सकारात्मक सोच की ओर वहन करेगी पूर्व में दिए गए स्वेच्छानुदान की लिस्ट के अनुसार कुछ ऐसे महानुभाव को इस योजना का लाभ मिला है जो आर्थिक रूप से संपन्न होने के साथ-साथ शिक्षा से दूर-दूर का वास्ता नहीं रखते है जिस पर सरकार जवाब देना इसलिए जरूरी नहीं समझ रही है कि इससे आने वाले नए स्वेच्छानुदान राशि का वितरण प्रभावित न हो
क्या होंगे नियम
जनप्रतिनिधियों द्वारा एक टीम बनाई जाएगी जो सार्वजनिक रूप से नशा करने वाले व रोजाना शराब भट्टी में अपनी आमद देने वालों की लिस्ट बनाएगी वही एक दूसरी टीम शहर के गली मोहल्ले में घूम-घूम कर यह जानकारी एकत्रित करेगी की इस मोहल्ले में शराब या किसी अन्य प्रकार का नशा करके हुड़दंग बाजी करने वाले कौन-कौन लोग हैं इन लोगों से ना ही आधार कार्ड मांगा जाएगा ना ही बैंक की जानकारी ली जाएगी इन लोगों को सीधे उनके घर पर हर महीने की 1 तारीख को सफेद लिफाफे में ₹3000 की राशि वह एक गुलाब का फूल दिया जाएगा।
“बुरा न मानो होली हैं”