चार प्रदेश में वारदात को अंजाम देने के बाद दिल्ली का ठग गिरोह भिलाई पहुँचा था।


पांच लाख रुपए समेत बाइक भी बरामद जब्त
सिंहघोष/भिलाई । चार अलग अलग प्रदेशो में ठगी के वारदात को अंजाम देने के बाद दिल्ली का ठग गिरोह भिलाई पहुचा था। दुर्ग पुलिस के चौकने से आरोपी भागने में सफल नही हो पाए। घटना तीन दिन पहले दो जून को छावनी थाना क्षेत्र के नंंदिनी रोड पर नकली सोना को असली बताकर 5 लाख की ठगी के घटना को गिरोह ने अंजाम दिया था। घटना का खुलासा करते हुए जिले के एसएसपी अजय यादव ने बताया कि दिल्ली की महिला समेत अंतर्राज्यीय ठग गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पांच लाख रुपए सहित वारदात में प्रयुक्त मोटर साइकिल को जब्त कर अन्य मामलों में पूछताछ की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों में ईश्वर सोलंकी पिता नाथूराम सोलंकी (33 वर्ष) निवासी बीएमवाय चरोदा, प्रवीण राय पिता प्रेमशंकर राय (22 वर्ष) निवासी बसरेहर बदरीपुर जिला इटावा उत्तरप्रदेश तथा लाली पति स्व. गंगाराम सोलंकी (53 वर्ष) निवासी रघुवीर नगर न्यू दिल्ली शामिल है। इन आरोपियों ने नंदिनी रोड भिलाई में आदिनाथ सेल्स एजेंसी के नाम से हार्डवेयर का व्यवसाय करने वाले शांतिनगर सड़क तीन, क्वार्टर नं. 23 निवासी निर्मल कुमार जैन को ठगी का शिकार बनाया था।
पहले प्लायर खरीदने पहुचा था
एसएसपी अजय कुमार यादव ने बताया कि वारदात करने से पहले गिरोह का ईश्वर सोलंकी 20 मई को निर्मल कुमार जैन की दुकान में कटिंग प्लायर खरीदने गया। इस दौरान रुपए कम होने का हवाला देकर ईश्वर ने एक चांदी का सिक्का खरीदे गए प्लायर के बदले में देने लगा। इसी बीच झांसे में लेकर आरोपी ने व्यवसायी से पुराना सोना बेचने की बात कहते हुए कीमत बेहद कम बताया। 22 मई को ईश्वर सोलंकी सोने का चैन लेकर पहुंचा। इस चैन की चार कड़ी निकालकर निर्मल ने अपने परिचित गुरुनानक मार्केट में राधा ज्वेलर्स के पास ले जाकर जांच कराई तो सोना असली होना साबित हो गया। फिर ढाई किलो सोने के जेवरात का साढ़े 7 लाख रुपए में सौदा तय हो गया। पत्रकारवार्ता में एएसपी रोहित झा, सीएसपी छावनी, विश्वास चंद्राकर, सीएसपी भिलाई नगर अजीत यादव, टीआई छावनी विनय सिंह बघेल व टीआई सुपेला गोपाल वैश्य, टीआई सायबर क्राइम गौरव तिवारी उपस्थित थे।
पांच लाख लेकर रफू चक्कर हुआ
इसी सौदे के अनुरुप 22 मई को ईश्वर सोलंकी ने फोन करने सुबह के वक्त निर्मल कुमार जैन को नंदिनी रोड में करुणा हास्पिटल के पास नाले के करीब बुलवाया और असली सोना बताकर पीतल के बने सोना पालिस वाली जेवरात देकर 5 लाख रुपए लेकर रफू चक्कर हो गया।
एसएसपी यादव ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों को दबोचने पुलिस की विशेष टीम गठित की गई।
सिविल ड्रेस में पुलिस की पैनी नजर
जांच टीम को मुखबीर तंत्र से जानकारी मिली कि चरोदा, देवबलोदा व पुरैना में ठगी करने वाले कुछ परिवार निवासरत है। सादी वर्दी में पुलिस की टीम इन परिवारों की गतिविधि पर नजर जमाए रही। इसी दौरान ईश्वर सोलंकी के परिवार की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर घेराबंदी कर दबोचा गया तो 2 जून की वारदात में उसके और दो रिश्तेदारों के शामिल होने का पर्दाफाश हो गया। आरोपियों ने विशाखापटनम ओडिशा, आगरा, उत्तरप्रदेश में भी घटना को अंजाम देना कबूल किया।
इनकी रही अहम भूमिका
इस मामले के खुलासे में छावनी टीआई विनय सिंह बघेल, उप निरीक्षक रामेन्द्र यादव, सिविल टीम के सहायक उपनिरीक्षक अजय सिंह, प्रधान आरक्षक परसराम सिन्हा, आरक्षक धर्मराज सिंह, अरविंद मिश्रा, अखिलेश मिश्रा, सत्येन्द्र मढरिया, अनिल सिंह, अजीत यादव, रितेश अग्निहोत्री, रिंकू सोनी की सराहनीय भूमिका रही।