छत्तीसगढ़रायगढ़

जेसीबी से हनुमान मंदिर ढहाए जाने पर बवाल, बजरंग दल और ग्रामीणों का फूटा गुस्सा

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रायगढ़। जिले के जूटमिल थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भाठनपाली में एक निर्माणाधीन हनुमान मंदिर को जेसीबी मशीन से ढहा दिए जाने के बाद पूरे गांव में आक्रोश फैल गया। आरोप है कि गांव के ही कुछ ईसाई धर्म अपना चुके युवकों ने मंदिर को जानबूझकर गिरवाया।

घटना की जानकारी मिलते ही बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गांव पहुंचे और घटनास्थल पर प्रदर्शन करते हुए चर्च को गिराने का प्रयास किया। स्थिति बिगड़ते देख पुलिस बल के साथ नगर पुलिस अधीक्षक आकाश शुक्ला, साइबर डीएसपी अनिल विश्वकर्मा सहित आधा दर्जन से अधिक थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और बड़ी मुश्किल से भीड़ को नियंत्रित किया। घटना के बाद गांव में तनावपूर्ण माहौल बन गया है।

बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने चर्च पर लगाए गए क्रॉस को हटाकर उसकी जगह बजरंग दल का झंडा लगाने और चर्च का नाम हटाकर ‘जय श्री राम’ लिखने की मांग की। इस दौरान बजरंग दल के दिलराज दिलीप नामक सदस्य ने चर्च पर चढ़कर क्रॉस को जबरन तोड़ दिया, जिसे पुलिस ने तत्काल हिरासत में ले लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम प्रवीण तिवारी और राजस्व विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची।

जांच में सामने आया कि जिस जमीन पर चर्च बना है, वह गांव के रोहित शाह के नाम पर पट्टे की जमीन है। रोहित शाह, मोहित शाह और मिलकेतन शाह की इस जमीन पर चर्च का निर्माण किया गया था, जिसे अवैध बताया गया। वहीं, जिस जगह पर मंदिर का ढांचा तैयार किया गया था, वह सार्वजनिक उपयोग की जमीन मानी जा रही है, जिस पर ग्रामीण हनुमान मंदिर का निर्माण करवा रहे थे।

इस पूरे विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब गांव के निर्मल सारथी नामक व्यक्ति, जो पहले हनुमान भक्त था और मंदिर निर्माण में सक्रिय था, ने बीमारी के दौरान एक पादरी से संपर्क में आकर ईसाई धर्म अपना लिया। बताया जाता है कि धर्म परिवर्तन के बाद वह मंदिर निर्माण का विरोध करने लगा। जब गांव के लोगों ने जर्जर हो चुके मंदिर की मरम्मत करवा कर मूर्ति स्थापना की योजना बनाई, तो निर्मल ने अपने साथियों के साथ मिलकर जेसीबी से मंदिर का ढांचा गिरवा दिया।

पुलिस ने फिलहाल चार युवकों और जेसीबी मशीन को हिरासत में ले लिया है। गांव के लोग और बजरंग दल मंदिर तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई और चर्च को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं। गांव में कुल 400 घर हैं, जिनमें लगभग 1500 की आबादी है। इनमें से 8 परिवारों ने पिछले कुछ वर्षों में ईसाई धर्म अपना लिया है। कोलता, तेली, माली, चौहान, सारथी जैसे समाज के लोग इस गांव में रहते हैं। घटना के बाद पुलिस और बजरंग दल के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई।

फिलहाल गांव में भारी पुलिस बल तैनात है और प्रशासन स्थिति को सामान्य बनाने में जुटा है। मामले को लेकर एसडीएम और स्थानीय पुलिस लगातार बैठकें कर रहे हैं और शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं।

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