छत्तीसगढ़ में मॉनसून की दस्तक: बारिश, उमस और येलो अलर्ट से जनजीवन प्रभावित

छत्तीसगढ़ में जून माह की शुरुआत से ही मानसूनी गतिविधियां तेज़ हो गई हैं। राज्य के लगभग सभी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा रही है, जिससे मौसम में नमी के साथ-साथ उमस भी बढ़ती जा रही है।
मौसम विभाग का येलो अलर्ट, बस्तर-सुकमा सबसे ज्यादा प्रभावित
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 8 जून से अगले 48 घंटों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। चेतावनी के अनुसार, कई इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज़ हवाएं चलने और बिजली गिरने की संभावना है। बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों को विशेष रूप से अलर्ट पर रखा गया है। इन इलाकों में प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अत्यावश्यक स्थिति को छोड़कर घर से बाहर न निकलें।
बारिश के साथ बढ़ी उमस, तापमान में उछाल की संभावना
हालांकि बारिश ने गर्मी से थोड़ी राहत दी है, लेकिन साथ ही उमस ने परेशानियां बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि का अनुमान जताया है, जिससे अधिकतम तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। 8 जून को प्रदेश का औसत तापमान लगभग 39.78 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
सड़कों पर जलभराव, स्कूल-कार्यालयों की उपस्थिति पर असर
लगातार बारिश से कई क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। फिसलनभरी सड़कों के कारण वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, स्कूलों और दफ्तरों में उपस्थिति भी प्रभावित हो रही है। मौसम विभाग ने खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
सावधानी ही सुरक्षा: प्रशासन की अपील
मौसम के इस बदले मिजाज को देखते हुए प्रशासन ने आम जनता से सतर्क रहने, मौसम संबंधित जानकारी पर नजर रखने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। आपात स्थिति में ही घर से बाहर निकलें और मौसम के पूर्वानुमान पर भरोसा बनाए रखें।