“जगन्नाथ रथयात्रा 2025: आस्था और परंपरा के महासंगम में डूबे पुरी और अहमदाबाद”

देशभर से लाखों श्रद्धालु हुए शामिल, पुलिस-प्रशासन ने की सख्त व्यवस्थाएं
📍रायपुर/पुरी/अहमदाबाद | 27 जून 2025
हर वर्ष की तरह इस बार भी ओडिशा के पुरी और गुजरात के अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की विश्वविख्यात रथयात्रा का आयोजन बड़े ही धूमधाम और श्रद्धा के साथ किया जा रहा है। इस भव्य पर्व में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु उमड़ पड़े हैं। सुबह से ही मंदिर परिसर और यात्रा मार्ग पर आस्था का जनसैलाब देखने को मिला।
श्रीकृष्ण, बलभद्र और सुभद्रा को सुसज्जित रथों में निकाला गया यात्रा पर
रथयात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ (श्रीकृष्ण), उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को भव्य और आकर्षक वस्त्रों में सजाकर पारंपरिक रथों में विराजमान किया गया। मंत्रोच्चार, शंखध्वनि और श्रद्धालुओं के जयकारों के बीच देव विग्रहों को रथों पर विराजित कर नगर भ्रमण कराया गया।
पुरी में यह आयोजन 27 जून को परंपरा अनुसार आयोजित किया गया, जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग अलसुबह से ही मंदिर परिसर में जुटने लगे। मंदिर प्रशासन और स्थानीय प्रबंधन द्वारा दर्शन व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए विशेष तैयारी की गई है।
10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना, सुरक्षा चाक-चौबंद
पुलिस और जिला प्रशासन ने इस बार रथयात्रा के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर विशेष प्रबंध किए हैं। अनुमान है कि पुरी और अहमदाबाद में कुल मिलाकर 10 लाख से अधिक भक्त रथयात्रा में भाग लेंगे। ऐसे में सुरक्षा बलों की तैनाती, सीसीटीवी निगरानी, ट्रैफिक डायवर्जन और आपातकालीन सेवाओं की तैनाती सुनिश्चित की गई है।
धार्मिक आस्था और संस्कृति का अद्वितीय संगम बनी रथयात्रा
पुरी की रथयात्रा न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का एक जीवंत उदाहरण भी है। हर साल इस यात्रा में भाग लेकर श्रद्धालु धर्म, भक्ति और परंपरा का अनूठा अनुभव प्राप्त करते हैं।