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धरातल और प्रशासनिकता में अंतर है।ओपी चौधरी पूर्वाग्रह से पीड़ित है-अनिल अग्रवाल

क्या ओपी चौधरी कॅरोना काल मे परीक्षा करवाने पक्षधर?बीजेपी के 15 साल की सरकार के सैकड़ों वायदे अपूर्ण

प्रश्न मोदी जी से विदेशी कॅरोना बीमारी किसकी नाकामी?कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में अपना वायदा पूरा करेगी

5साल इंतजार करें ओपी खुद कांग्रेस की वाह-वाही करेंगे

रायगढ़। छत्तीसगढ़ की जनता ने विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी से सत्ता छीन कर कांग्रेस को सुपुर्द किया और यह भी दिखा दिया कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया हो गया पर भी बीजेपी की थके-हारे नेता अपने आप को शीर्ष मानकर उल-जलूल प्रश्न किए बैठे हैं यदि वे प्रश्न कारी उन प्रतियोगियों से ही रुबरु होकर पूछते तो शायद यह पांच प्रश्न की उत्पत्ति ही नहीं होती जब भारत में कोरोना 19 का भयावह स्थिति बनी हुई है जिसकी जिम्मेदार केंद्र की बीजेपी सरकार है।
प्रदेश कांग्रेस के सचिव अनिल अग्रवाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि जो पांच प्रश्न पूछे गए शायद करोना-19 के इस समय बीजेपी के ज्यादातर नेता व कार्यकर्ता सहमत नहीं होंगे।केंद्र की बीजेपी सरकार ने स्कूल-कॉलेजों सहित देश स्तर के विभिन्न महत्वपूर्ण परीक्षाओं को जब स्थगित कर दिया है और उनके पर्याय पर परीक्षा देने वाले हितग्राहियों को उपकृत करने का आदेश पारित किया व केंद्र की मानव संसाधन मंत्रालय विभाग में अनेक परीक्षाओं की तिथि को लंबित करके भविष्य में परीक्षा करवाने का निर्णय पर विचार कर रही है जिनमें नीट-जेईई सहित अनेकों परीक्षाएं है जिसका कारण करोना-19 है इस बीमारी के भारत में पदार्पण की सत्यता बीजेपी के लोग हिम्मत जुटाकर प्रधानमंत्री बीजेपी के सर्वेसर्वा नरेंद्र मोदी से प्रश्न करें तो वास्तविकता पता चलेगी परंतु बीजेपी के लोग हिम्मत नहीं जुटा पा रहे ऐसे ही कारणों से जब पूरे भारत की जनता कॅरोना-19 के कारण परेशान है तो छत्तीसगढ़ में सरकार की ओर से पूर्व घोषित असिस्टेंट-प्रोफेसर की परीक्षा जो कि समय-सारणी के अनुसार मई माह में होने वाली थी को भी स्थगित किया गया जिसका स्पष्ट कारण परीक्षार्थियों को करुणा 19 से बचाने का था।
प्रदेश सचिव अनिल अग्रवाल ने 5 सवालों के जवाब में कहा कि 2003 से 2018 तक के विधानसभा चुनाव के बीजेपी चुनावी घोषणा पत्र के सैकड़ों लुभावने वादे पूरे नहीं हुए इसीलिए छत्तीसगढ़ की जनता ने बीजेपी को खरसिया से लेकर के पूरे प्रदेश में उखाड़ फेंका इन घोषणा पत्र का अवलोकन किया जाए तो 2003 में बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में कहा था कि हर एक आदिवासी परिवार में गाय दिया जाएगा जोकि प्रासंगिक ही रह गया?2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने चुनाव घोषणापत्र में चावल वितरण पर विशेष फोकस किया था पर कालांतर में लाखों फर्जी राशन कार्ड पकड़ाये और इस चावल वितरण के लुभावने वादे का प्रमाण बीजेपी सरकार का महत्वपूर्ण घोटाला नान घोटाले में परिवर्तित हुआ 2013 के विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में छत्तीसगढ़ प्रदेश को विशेष राज्य के दर्जा दिलवाने के लुभावने वादे के साथ युवाओं एवं बेरोजगारों को रोजगार दिलवाने के लिए फोकस किया पर कितनों को रोजगार मिला और कितनों को नौकरी मिली यह आंकड़े 15 साल के बीजेपी की सरकार नहीं दे पाई इसी चुनाव घोषणा पत्र में बीजेपी ने धान का 21सौ रुपये समर्थन मूल्य देंगे कहा था जो बीजेपी सरकार से हो नही पाया जिसे “ढपोर शंख” ही कहा जाए, सिंचाई के रकबे के विस्तार भी करेंगे कह कर के किसानों को ठगना चाहा पर बीजेपी की 15 साल की सरकार में 20% भी सिंचाई का रकबा नहीं बढ़ा छत्तीसगढ़ के नदी-नालों और वह राज्य के बेराजों के पानी कहां गायब हो गए जिसके लिए सवाल उठाना है कि नहीं यह बीजेपी वाले ही बता पाएंगे? जबकि बीजेपी का वादा 50% सिंचाई रकबा बढ़ाना था और इसी 2013 से 2018 की बीजेपी की सरकार में रमन सिंह की सरकार ने बिजली घंटो-घंटो बंद करवाई जिससे कि किसानों खेतों में पानी नहीं पहुंचे और किसानों को फसल का नुकसान भी हुआ।
प्रदेश कांग्रेस के सचिव अनिल अग्रवाल ने पूर्व प्रशासक वर्तमान भाजपा नेता ओपी चौधरी से कहा कि उनके पांच प्रश्नों का उत्तर भारत में फैले करुणा-19 की भयावहता है यह भयानक बीमारी के फैलने से परीक्षाएं स्थगित है वैसे भी कांग्रेस की सरकार को बने छत्तीसगढ़ में लगभग डेढ़ वर्ष हुए हैं कांग्रेस पार्टी अपने चुनावी घोषणा पत्र पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है शायद ओपी चौधरी यह भी जानते हैं कि छत्तीसगढ़ की बुद्धिमान जनता ने वोट संविधान के अनुसार 5 साल की निर्वाचित कांग्रेस सरकार को दिया है और वादा पूरा करने के लिए दिया है जो कि जनता भरोसा है।भर्ती के नियमों में बदलाव पर प्रश्न करना बचकाना से है लंबी-कूद ऊंची-कूद आदि स्वस्थ शरीर को प्रदर्शित करता है वैसे तो 15 साल की बीजेपी के रमन सिंह सरकार के द्वारा करवाई गई अनेक परीक्षाओं में अन्याय व भ्रष्टाचार के आरोप के प्रामाणित करने लिए माननीय न्यायालय के समक्ष परीक्षार्थियों ने न्याय की गुहार लगाई हुई है पर यदि ओपी चौधरी संज्ञान ले लेते तो बीजेपी सरकार के समय मेघावी छात्रों को न्याय मिल जाता “”पर उपदेश कुशल बहुतेरे”” के मनबोध के तहत प्रश्न पूछने के लिए निकल तो पड़े हैं प्रश्न तो पूरी बीजेपी से है कि 2018 के बीजेपी के चुनाव घोषणा पत्र में अमित शाह,रमन सिंह व बृजमोहन की तिकड़ी ने छत्तीसगढ़ के लिए बीमारू राज्य के शब्दों का प्रयोग दर्जनों बार किया तो उन्हें याद नहीं था कि 15 वर्ष के बीजेपी सरकार में छत्तीसगढ़ को बीमारू कहने के लिए जिम्मेदार उन्हें की बीजेपी सरकार है और छत्तीसगढ़ की जनता ने बीमारू कहने वाले पार्टी बीजेपी को सत्ता से हराकर कांग्रेस पार्टी को सत्ता सौंपी है तो अवश्य ही उत्कृष्ट छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए युवाओं और बेरोजगारों के लिए आहूत होने वाली परीक्षा कॅरोना19 की भयावहता से दूर होने पर परीक्षा करवा कर उत्तीर्णजनों को छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत कार्य करने का मौका मिलेगा और जो कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस के चुनाव घोषणा-पत्र का पालन होते हुए बेरोजगारी दूर किये जाने का सार्थक प्रयास होगा।

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