

सिंहघोष/नई दिल्ली:- देश में फिर एक बार चुनाव का माहौल है। आने वाले समय में बिहार,बंगाल विधानसभा चुनाव के अलावा मध्यप्रदेश के उप चुनावों में करोड़ों पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों व उनके परिवारों, रिश्तेदारों की उपस्थिति को देश की कोई भी राजनीतिक पार्टी नकार नहीं सकती है। वोट उसी पार्टी को जो अर्ध-सैनिक बलों के परिवारों की हक की बात करे।।
महासचिव रणबीर सिंह ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि ऐसा पहली बार जब दोपहर एक बजे से शाम तक ट्वीटर पर ओल्ड पैंशन फॉर पैरामिलिट्री का शेयर मार्केट की तर्ज पर उतार चढ़ाव देखने को मिला। अब समय आ गया कि केंद्र व राज्य सरकारें पैंशन बहाली मसलें को लम्बे समय तक इग्नोर नहीं कर पाएंगी।
ताज्जुब की बात कि कैसे सरहदों की चाक-चौबंद चौकसी करने वाले पैरामिलिट्री के चौकीदारों को जो कि आर्म्ड फोर्सेज आफ युनियन के तहत आने वाले बलों का हिस्सा है,उन्हें कैसे सी सी एस रूल्स के तहत सिविलियन का दर्जा देकर षड्यंत्र पूर्वक उनकी पैंशन खत्म कर दी गई। अब सवाल यह कि ढाई दिन के सांसद को जिंदगी भर पैंशन मिलती है पर जिन्होंने संसद को आतंकी हमले से बचाया उन अर्धसेनिक बलों की पैंशन तो बंद है ही उन्हें शहीद का दर्जा देने में भी देश की सरकारों की जान सूखने लगती है।।
कॉनफैडरेसन आफ़ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोसिएशन का यह ऐतिहासिक ऐलान है कि आगामी 13 दिसम्बर को पुरानी पैंशन बहाली,वन रैंक वन पेंशन,शहीद का दर्जा व अर्धसैनिक बलों के अन्य भलाई संबंधित सुविधाओं को लेकर बापू की समाधि राजघाट पर ऐतिहासिक धरना-प्रदर्शन कर राष्ट्रपति भवन तक शांतिपूर्ण मौन मार्च कर महामहिम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इस शांतिपुर्ण धरना प्रदर्शन में अलग-अलग राज्यों के पैरा मिलिट्री परिवारों के अलावा एस एस सी जी डी उम्मीदवारों के हजारों परिवार भी शामिल होंगे। जिनको अभी तक सरकार ने नियुक्ति पत्र भी जारी नहीं किया है।
रणबीर सिंह
महासचिव
कॉनफैडरेसन आफ़ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वैलफेयर एसोसिएशन