जिले के उद्योगों से जुड़ा मामला अब राज्यसभा में गूंजेगा..।

राज्यसभा सांसद फुलो देवी नेताम ने कलेक्टर को पत्र लिखकर जानकारी मांगी,सांसद प्रतिनिधि और जनचेतना ने संयुक्त प्रेस वार्ता में दी जानकारी..।।
सिंहघोष/रायगढ़-जिले में अंधे अद्योगिकरण के बाद बने हालातों पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता के बीच छत्तीसगढ़ की राज्यसभा सांसद श्रीमती फूलोदेवी नेताम ने बीते दिनों कलेक्टर रायगढ़ को पत्र लिखकर गेरवानी में संचालित क्रेशर उद्योगों के अलावा रूपाणाधाम की कुण्डली तलब की है। सांसद ने पत्र में जांच रिपोर्ट के आधार पर उद्योग का मुद्दा राज्यसभा में उठाने की मंशा से भी कलेक्टर को अवगत कराया है। साथ ही गुड़ेली व टिमरलगा में संचालित क्रशरों की भी ताजा जांच रिपोर्ट सांसद ने देने को कहा है। प्रशासनिक हल्कों से मिली जानकारी के अनुसार फूलो देवी नेताम का पत्र मिलने के बाद जिले के डी एम भीम सिंह ने संबंधित विभागों से जांच बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
इस विषय मे आज जिला मुख्यालय के होटल जानकी वाटिका में अंचल की प्रख्यात समाजिक संस्था जनचेतना और सांसद प्रतिनिधि ने संयुक्त प्रेस वार्ता आयोजित की। जिंसमे शहर के सभी प्रमुख मीडिया कर्मियों से उक्त विषय की जानकारी देते हुए,उनकी राय भी जानी। वही सांसद प्रतिनिधि एवं कांग्रेस नेता नन्दराम लहरे ने बताया कि बीते दिनों जनचेतना के माध्यम से राज्यसभा सांसद के पास कुछ ऐसे दस्तावेज पहुंचे है। जिनमें गेरवानी में संचालित स्टील उद्योग रूपाना धाम के नियम विरुद्ध ढंग से संचालन के अलावा टिमरलगा-गुडेली में स्थापित क्रेशर उद्योगों से होने वाले प्रदूषण की जानकारी है। इस विषय को गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने कलेक्टर रायगढ को पत्र लिखा है। पत्र में सांसद फूलो देवी नेताम ने उल्लेखित किया है रूपाणा धाम उद्योग आदिवासियों की भूमि पर बगैर डायवर्सन के संचालित हो रहा है। साथ ही संबंधित उद्योग प्रबंधन ने जिला उद्योग व पर्यावरण विभाग से आवश्यक अनापत्ती प्रमाण पत्र भी नहीं लिया है। इन तमाम बिंदुओं पर जांच रिपोर्ट तलब करते हुए आदिवासी महिला सांसद फूलो देवी नेताम ने करीब 45 एकड़ भूमि पर संचालित रूपानाधाम उद्योग की स्थापना व पर्यावरणीय स्वीकृति के दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही उद्योग संचालन की अनुमति देने वालों तमाम प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदा पदस्थापना की जानकारी भी मांगी गई है। सांसद ने कलेक्टर को भेजे पत्र में प्रबंधन पर पांचवीं अनुसूची में शामिल अधिग्रहण शर्तो का उल्लंघन होने की जांच व कार्यवाई की रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा राज्य सभा सांसद ने पूरे मामले में उद्योग,राजस्व वपर्यावरण विभाग की मिली भगत की जानकारी होने की बात कहते हुए इस विषय में अब तक हुई जांच व कार्रवाई की पूरी जानकारी तलब की है। राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम ने सांसद के गुड़ेली टिमरलगा में संचालित क्रशर उद्योगों को भी गाईडलाइन के पालन को लेकर अब तक की गई जांच व कार्रवाई की सूची भी मांगी है। इसके अलावा गौणखनिज मद से प्राप्त जन सरोकार राशि का प्रभावित गांवों के विकास में किए गए व्यय का पूरा ब्यौरा चाहा है। बीते पांच वर्ष में क्रशर के संचालन माइनिंग गाईड लाईन का पालन क्रेशर में कार्यरत मजदूरों की संया वउनके सुरक्षा तथा बीमा समेत खनन पश्चात्त भूमि के गड्ढों को भरने के लिए किए गए काम की जानकारी चाही है।वही जनचेतना के राजेश त्रिपाठी ने बताया कि वो सतत प्रयास में थे कि किसी तरह से जिले ।के औद्योगिकी करण की वजह से पर्यावरण और आम जन जीवन को हो रही क्षति के विषय मे देश-प्रदेश के जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षण किया जाए ताकि हालात में बदलाव के आसार बन पाएं। सांसद महोदया बस्तर सम्भाग से तालुक रखती हैं बस्तर और रायगढ दोनों पांचवी अनुसूची के क्षेत्र है दोनों जगह के हालात भी तकरीबन एक जैसे है। अतः उन्होंने संवेदशीलता दिखाते हुए तत्वरित निर्णय लिया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी जनप्रतिनिधि ने जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर स्वयं सभी बिंदुओं पर जांच कर रिपोर्ट समय सीमा में अग्रेसित करने का अनुरोध किया है। ताकि सांसद महोदया के प्रयासों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर रायगढ़ का औद्योगिक मुद्दा राज्य सभा के आगामी सत्र में केन्द्र के पटल पर रखा जाए।