जमीन माफिया सरपंच और जमीन कारोबारी डाक्टर पिता-पुत्र की नजर नाले के पाट पर..।अतरमुड़ा के सरपंच पूर्व सरपंच सहित क्षेत्र के सक्रिय जमीन दलालों की करतूत,नाले से लगी सरकारी जमीन को करीब 7 लाख रुपये में बेचा,मामले की शिकायत…।


सिंहघोष/रायगढ़- सरकारी और आदिवासी जमीनों की अवैध खरीद-बिक्री के लिए चर्चा में रहने वाले अतरमुड़ा क्षेत्र के सक्रिय जमीन दलालों ने अभी मेडिकल कालेज रोड की आदिवासी जमीन के विवाद से बाहर आये बिना ही एक नए कारनामें को अंजाम दिया है।
खबर है कि इस बार शहर के युवा डॉक्टर और उसके जमीन कारोबारी पिता को इन्होंने पूर्व सरपंच प्रीतम पटेल के स्वामित्व की एक भूमि रकबा करीब 65 डिसमिल जो कि ग्राम अतर मुड़ा में बालसमुंद नाले के ऊपर स्थित है,का सौदा करीब एक करोड़ रु.में करवाया है। चुकी यह भूमि चारों तरफ से पहुंच विहीन है,इस लिहाज उसे सड़क से सीधे जोड़ने के लिए दो ही उपाय शेष है या तो भूमि के सामने स्थित आदिवासी भूमि को खरीद कर रास्ता बनाया जाए या बालसमुंद नाले के पाट से लगी सरकारी जमीन से सड़क निकाला जाए।
स्थानीय लोगो की माने तो इस बड़े सौदे में वर्तमान सरपंच अतर मुड़ा हीरा खड़िया जो खुद एक बड़ा जमीन दलाल है इसकी भूमिका सन्दिग्ध हैं। हीरा खड़िया ने स्थनीय जमीन दलालों मिश्रा सांथियों के माध्यम से नाले के पाट की सरकारी जमीन रकबा 8 से 10 डिसमिल का सौदा डाक्टर पटेल से एक लाख रु प्रति डिमसिल में कर ने के सांथ लिखित करार बनाकर एक लाख रु एडवांस ले लिया है। परन्तु जैसे ही सरकारी जमीन से सड़क निकालने को लेकर कथित तौर पर पूर्व और वर्तमान सरपंच सहित सभी जमीन दलाल सक्रिय हुए ग्रामीणों का सन्देह पुख्ता हो गया कि दाल में कुछ काला है नाले की जमीन को पूर्व सरपंच प्रीतम पटेल अपनी जमीन को बेचने के लिए दोबारा नाले में कब्ज करने की तैयारी में है इस बात की सूचना ग्रामीणों ने मीडिया कर्मियों को दी तथा सामाजिक संस्था क्राइम फ्री इंडीया फोर्स के माध्यम से नाले की सरकारी जमीन के अवैध खरीद फरोख्त और उसमें संलिप्त लोगों की लिखित शिकायत राजस्व अधिकारी से कर दी है। शिकायत प्राप्ति के बाद sdm रायगढ़ ने जल्दी ही मामले की जांच कर उचित कारवाही का अश्वासन दिया है।।