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38 साल से पोषित भोजन के प्रति अलख जगा रहीं प्रेमशिला।पोषण माह के तहत पूरे जिले में हो रहे विविध आयोजन।

सिंहघोष/रायगढ़। जिले में 1 से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह के तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
अब तक पोषण रंगोली, हाथ धुलाई, जीवन रक्षक घोल, किशोरी बालिकाओं को परामर्श, महिला स्व-सहायता समूह के साथ बैठक से लेकर पौधरोपण जैसे कार्यक्रम हो चुके हैं। शिशुवती महिलाएं, गर्भवती महिलाएं और खासकर किशोरियों को सतरंगी खाना खाने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
जिले की 3000 से अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस कार्य को अपने-अपने क्षेत्रों में कर रहीं हैं। इन पर अपने क्षेत्र में विभिन्न आयुवर्ग के लोगों के बीच पोषित भोजन की जानकारी देने की जिम्मेदारी भी होती है। यही कहलाती हैं जिले की पोषण वारियर्स।

59 साल की प्रेमशिला मिश्रा बीते 38 साल से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। वह जिले की सबसे अनुभवी कार्यकर्ता हैं। बच्चों को संभालना हो या फिर गर्भवती महिला, शिशुवती महिला अथवा किशोरियों की कोई समस्या, सबसे पहले उन्हें प्रेमशिला ही सटीक परामर्श देती हैं।

केंवटापारा, वार्ड नंबर 12, के हर व्यक्ति को उनके घर पता मालूम है, आंगनबाड़ी वाली दीदी हर घर में जाना-पहचाना चेहरा है। प्रेमशिला बताती हैं कि महिला एवं बाल विकास विभाग से जो भी आदेश और गतिविधियां करने को आती हैं वह उसे करती हैं। लॉकडाउन के समय वह घर-घर जाकर लोगों में पोषण को लेकर जागरूकता फैला रही हैं। मास्क पहनने की उपयोगिता और खुद को सुरक्षित रखने के तरीके व घर को कैसे स्वच्छ रखना है यह भी डोर-टू-डोर जाकर बता रही हैं।

दीदी की सलाह आई काम
किशोरी सपना (बदला हुआ नाम) बताती हैं कि आंगनबाड़ी दीदी ने उसे पोषण रंगोली दिखाने को कुछ दिन पहले बुलाया था। “पोषण-कुपोषण पर बात होते-होते माहवारी संबंधी बातें भी निकली तो उन्होंने मुझसे इस दौरान मेरी रूटीन के जानकाली ली और इस दौरान कैसे रहती हूं यह भी पूछा । फिर दीदी ने मुझे साफ-सुथरा रहना, सेनेटरी पैड का इस्तेमाल करना, बिना तनाव रहने जैसे टिप्स दिए जो कि मेरे लिए एकदम नई बात थी। उनकी यह सलाह मेरे काम आई, माहवारी मेरे लिए अब चिंता का विषय नहीं है। ‘’

साथ ही उन्होंने सपना को रेशेदार सब्जियों को अधिक से अधिक खाने को भी कहा है। दीदी ने यह भी बताया कि इन दिनों मखना, डोड़का, तरोई, बरबट्टी जैसी सब्जियों का दिन है तो इनका अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए ।

मुनगा करें आहार में शामिल
प्रेमशिला कहती हैं इन दिनों वह सभी को मुनगा खाने के लिए ज्यादा कहती हैं क्योंकि मुनगा एक ऐसी सब्जी है जो लगभग सभी की बाड़ी में मौजूद है और इन दिनों आसानी से उपलब्ध है। वह सभी को मुनगा के अनगिनत फायदे बताती हैं। यह एनिमिया को भी ठीक करने में कारगर माना गया है। मुनगा की पत्तियों में प्रोटीन के साथ-साथ विटामिन-बी 6, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई पाया जाता है। डायबिटीज और हाई ब्लड शुगर लेवल को मेंनटेन रखता है। मुनगा हमारे हार्ट के लिए भी बहुत लाभकारी होता है। यह हमारे शरीर में कोलेस्ट्राल लेवल को संतुलित रखने में मदद करता है।‘’ प्रेमशिला की बात से डाइटिशियन महेश शर्मा भी इत्तेफाक रखते हैं वो बताते हैं कि मोरिंगा यानी मुनगा में आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और जिंक जैसे मिनरल भी पाए जाते हैं। इसकी फली में विटामिन-ई और पत्ती में कैल्शियम भी अच्छी मात्रा में मौजूद होता है। इसके फायदे यहीं खत्म नहीं होते हैं, इस सब्जी में एंटी ऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो कई तरह के कैंसर के बचाते हैं।अगर आप इनसोमनिया या हाइपरटेंशन से जूझ रहे हैं तो यह सब्जी के लिए काफी लाभकारी रहेगी,’’ श्री शर्मा कहते हैं|

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