नामांकन रैली के बहाने शंकर लाल ने कराया अपने वजूद का एहसास…।।

सिंहघोष/रायगढ़- 30.10.23- अपनी कार्य शैली और पोस्ट के सहारे खुद को विवादों में रखते हुए भी स्थापित होने वाले पूर्व कांग्रेसी नेता शंकर लाल अग्रवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी पद पर नामांकन दाखिल कर कांग्रेस से दूरी बना ली हैं। आज शंकर लाल अग्रवाल ने अपने नामांकन रैली के बहाने अपने वजूद का एहसास करा दिया जहां वे रायगढ़ विधानसभा के लिए अपनी दावेदारी कांग्रेस पार्टी से कर रहे थे टिकट न मिलने की शक्ल में उन्होंने निर्दलीय मैदान में उतारने का फैसला लिया व आज वह अपने समर्थकों के साथ रैली की शक्ल में शक्ति प्रदर्शन करते हुए शाहिद विप्लव त्रिपाठी मैदान में पहुंच सभा को संबोधित किया। सभा को संबोधित करते हुए शंकर लाल ने कहा कि आप लोग इस बार नेता नहीं अपना भाई,बेटा, भतीजा चुनोगे जो आपके बीच रहेगा और आपकी समस्याओं को विधानसभा तक लेकर जाएगा।
शंकर लाल अग्रवाल की यह रैली उनके स्वयं के समर्थकों और स्वयं के दम पर थी जिसमें हजारों ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।
रैली में शामिल लोगों की लोगों से बातें करने पर उन्होंने बताया कि शंकर लाल पिछले 5 वर्षों से हमारे गांव में होने वाले राम नाम सप्ताह मे नियमित रूप से सहयोग करते हैं व हमारे क्षेत्र के सभी भजन मंडलियों को हर संभव मदद भी करते हैं इसी कारण हम शंकर भैया को सहयोग करने आए हैं और उन्हीं को वोट करेंगे। जब हमने ग्रामीणों से पूछा की क्या वे कांग्रेस और भाजपा को हराकर निर्दलीय चुनाव जीत सकते हैं? तो उनका जवाब था यह पहली बार नहीं होगा पूर्व में भी कई प्रत्याशी विधानसभा तक पहुंचे हैं और हम ग्रामीण इस बार शंकर भैया को जिताने के लिए जी जान से लगे रहेंगे।
आपको बता दें कि जहां शहरी आबादी शंकर लाल अग्रवाल के नाम से शायद परिचित न हो वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में शंकर लाल अग्रवाल की अपनी एक टीम और पेठ है अगर शंकर लाल अग्रवाल चुनावी मैदान में टिके रहे तो यह कांग्रेस व भाजपा के लिए एक मुसीबत ही रहेगी क्योंकि उनके वोटरों का आकलन किसी एक पार्टी के मुताबिक करना मुमकिन नहीं है।