सालों से जर्जर हुई सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों का उग्र प्रदर्शन…। दो दिन पहले p.w.d कार्यालय जाकर विभाग के नदारद बड़े अधिकारियों की खाली कुर्सी की आरती उतारकर, दी थी उग्र आंदोलन की चेतावनी…।।

सूरजगढ़ पुल की सड़क बनी मुद्दा…।।
सिंहघोष/रायगढ़-27.01.22-जिले में महानदी पर बने राज्य के सबसे लंबे सूरजगढ़ पुल की सर्विस रोड जो करीब 4 km लंबी है,यह बीते कई सालों से पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। उसके निर्माण को लेकर स्थानीय ग्रामीण सालों से जनप्रतिनिधियों के अलावा विभागों के चक्कर लगाते रहे। परन्तु सड़क का निर्माण प्रारम्भ नही हुआ।इस बात से नाराज ग्रामीणों ने बीते दिनों PWD के दफ्तर में टॉर्च और आरती दिखाने के बाद आज सड़क पर उतर आए आज सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक ग्रामीणों ने सूरजगढ़ पुल की जर्जर सड़क को बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन करते हुए पूरी तरह से चक्का जाम कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक अनिश्चितकालीन चक्का जाम पर सुबह 10:00 बजे से बैठे ग्रामीणों के द्वारा रायगढ़ विधायक एवं कलेक्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। ग्रामीण बीच सड़क में टायरों को जलाकर विरोध प्रदर्शित करने लगे।
आपको बता दें कि कुछ साल पहले बने सूरजगढ़ पुल और सड़क की स्थिति बेहद जर्जर हो चुकी है। बीते दिनों इस सड़क को बनाने का आश्वासन शासन की तरफ से दिया गया था। लेकिन अभी तक इसका कार्य शुरू नहीं किया गया । इसी के मद्देनजर नाराज ग्रामीणों ने आज जमकर हल्ला बोला।
जब शासन प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को उग्र चक्का जाम की भनक लगी तब तक सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतार लग चुकी थी। आनन फानन में मौके पर सरिया और पुसौर थाना प्रभारियों के अलावा पीडब्ल्यूडी (PWD) के इंजीनियर मंजू पटेल पहुँच गए। खबर है कि पूरे मामले पर प्रशासन की तरफ से आश्वासन मिलने के बाद शाम 5:00 बजे चक्का जाम को खोल दिया गया।वही ग्रामीणों ने बताया प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि जल्द ही सड़क को बनवाया जाएगा जिस पर 12 घंटे का प्रतिबंध लगाकर कार्य पूरा किया जाएगा।
आपको बता दें कि चक्का जाम आंदोलन में शामिल होने आस पास के गांव से लगभग 500 ग्रामीण जमा हुए थे। इनके अलावा पड़ीगांव और पुसौर के लोग भी धरने पर बैठे हुए थे।
क्योंकि गांव से जाने वाला रास्ता सूरजगढ़ पुल से 1 किलोमीटर की दूरी पर है। इसीलिए यहां पर चक्के जाम का प्रभाव पूरे छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पुल सूरजगढ़ पर दिखाई दिया। लंबे समय तक आवाजाही ठप रही वहीं ग्रामीणों की एकमुश्त मांग है, कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य कराया जाए। जो कि परसरामपुर से पड़ीगांव के लिए प्रस्तावित है।