धरमजयगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत बोजिया की भारी दुर्दशा,आज भी ग्रामीण खुले में शौच जाने को मजबूर-असलम आलम खान की रिपोर्ट

शौचालय की राशि में हुआ बन्दर बाँट,अब आ रही भ्रष्टाचार की बदबू।

सिंहघोष/धरमजयगढ़ :- रायगढ़ जिले के जनपद पंचायत धरमजयगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत बोजिया के ग्रामीण शौचालय के अभाव में खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।वैसे तो इस ब्लॉक में ओडीएफ का बहुत बुरा हाल है.लेकिन यहाँ हम आपको ग्राम पंचायत बोजिया के ग्रामीणों की ज़ुबानी वहाँ शौचालय की गंभीर स्थिति का जायज़ा करवा रहे हैं जहाँ शासकीय दस्तावेज में लगभग सभी घरों में शौचालय बन कर तैयार हो गया है। दिलचस्प बात यह है कि यह ग्राम खुले में शौच मुक्त ग्राम पंचायत घोषित हो चुका है।या यूँ कहें के जिसे (ओडीएफ) का दर्जा दिया जा चुका है।
लेकिन बड़ी विडंबना है की इसके बाद भी ग्राम पंचायत बोजिया के ग्रामीणों कि समस्याएँ जस की तस बनी हुई है। ऐसे में सवाल उठता है आखिर शौचालय की राशि गई कहाँ ?यहाँ ज़रूर राशि का बंदरबांट हुआ है तभी भ्रष्टाचार की बदबू आ रही है.
जानने वाली बात है की, यह क्षेत्र पूरी तरह से हाथी प्रभावित क्षेत्र है। ऐसे आलम में ज़रा सोंचिए इस गांव के ग्रामीणों को शौच करने के लिए जंगल-झाडियों तथा खेतों की ओर जाना पड़े तो कितना हालात कितना भयावह हो सकता है। बताने की ज़रूरत नही की ग्रामीणों को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों की माने तो शौचालय निर्माण के लिए शासन-प्रशासन से राशि स्वीकृत हुआ था।जिसे ग्राम पंचायत के सरपंच तथा सचिव ने एक ही किस्त खाते से आहरण कर चुके हैं। शेष रकम शासन से नहीं दिया गया है। जिसके कारण ग्रामीणों के शौचालय को आधे-अधूरे निर्माण करवा कर छोड़ दिया गया है।
जब इस संबन्ध में ग्राम पंचायत बोजिया के सरपंच तथा सचिव से आधे-अधूरे शौचालय निर्माण के बारे में जानकारी ली गई तो शासन – प्रशासन के द्वारा राशि नहीं दिये जाने का हवाला देते हुए शौचालय निर्माण अधूरे होने की बात कही।अब इसका जवाब जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के आला अधिकारी सीईओ ही दें सकते हैं की दाल में कितना काला है ,या पूरी दाल ही काली है ?