रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम की धीमी प्रगति पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी, समय-सीमा में कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश

कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने विद्युत विभाग एवं संबंधित कांट्रैक्टर्स को निर्देशित किया कि 180 करोड़ रुपये की इस महत्वपूर्ण परियोजना को निर्धारित समय-सीमा में हर हाल में पूर्ण किया जाए। उन्होंने कार्य की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए चेतावनी दी कि लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी और समय पर कार्य पूर्ण न करने वाले ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करने से भी परहेज नहीं किया जाएगा।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि पंप फीडर और बस्ती फीडर के कार्यों को भविष्य की विद्युत आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता पर पूरा करना आवश्यक है। उन्होंने स्मार्ट मीटर स्थापना कार्य की भी समीक्षा करते हुए कहा कि शासकीय, अर्धशासकीय एवं नगरीय निकायों के कनेक्शनों में स्मार्ट मीटर प्राथमिकता से लगाए जाएं तथा इस प्रक्रिया में तेजी लाई जाए।
बारिश के मौसम को लेकर विशेष निर्देश
कलेक्टर डॉ. भुरे ने आगामी मानसून सीजन को देखते हुए आंधी-तूफान के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होने की संभावनाओं को गंभीरता से लेते हुए विद्युत विभाग को त्वरित मरम्मत एवं मेंटेनेंस व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि उपभोक्ताओं को न्यूनतम असुविधा हो।
कार्य की प्रगति और नए तकनीकी सहयोगी
कार्यपालन अभियंता आर.के. गोस्वामी ने जानकारी दी कि जिले में मेसर्स स्टरलिंग एंड विल्सन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 180 करोड़ रुपये की परियोजना पर कार्य किया जा रहा है। कार्य की धीमी प्रगति को देखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी द्वारा पत्राचार कर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई थी। अब शेष 50 प्रतिशत कार्यों को पूर्ण करने के लिए तीन नई कंपनियों—इंजीनियर्स कंबाईन, आईपी पटेल और फ्यूचर इंजीनियरिंग—का सहयोग लिया जा रहा है।
बैठक में उपस्थित अधिकारी और प्रतिनिधि
इस अवसर पर कार्यपालन अभियंता प्रोजेक्ट श्री एम.के. साहू, स्टरलिंग एंड विल्सन प्रा. लि. के प्रतिनिधि बी. बाला ब्रम्हम, इंजीनियर्स कंबाईन के सुबोध ठाकुर, आईपी पटेल कंपनी के राजेन्द्र पटेल, फ्यूचर इंजीनियरिंग के संजय कुमार सहित विद्युत विभाग के अन्य अधिकारी और ठेकेदार उपस्थित रहे।
यह बैठक जिले में विद्युत आपूर्ति प्रणाली के सुदृढ़ीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर और निर्बाध सेवा प्रदान की जा सके।