छत्तीसगढ़

श्री वैष्णव संगीत महाविद्यालय की छात्राओं ने दार्जिलिंग राष्ट्रीय नृत्य-संगीत महोत्सव में बिखेरा प्रतिभा का परचम

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कई राष्ट्रीय पुरस्कार अपने नाम किया

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में राष्ट्रीय प्रतियोगिता एवं प्रदर्शन

रायगढ़ । दार्जिलिंग के माल रोड स्थित गोरखा ऑडिटोरियम में 30 मई से 2 जून 2025 तक आयोजित ऑल इंडिया नेशनल डांस, म्यूजिक, इंस्ट्रूमेंट एवं फाइन आर्ट फेस्टिवल में श्री वैष्णव संगीत महाविद्यालय, राजापारा रायगढ़ के प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं ने शानदार प्रदर्शन कर जिले का नाम गौरवान्वित किया।

कथक रॉकर्स संस्था द्वारा आयोजित इस भव्य सांस्कृतिक आयोजन में महाविद्यालय की छात्रा कुमारी अक्षिता चौरे (पुत्री श्री अखलेश कुमार चौरे व श्रीमती समता चौरे) को उनके उत्कृष्ट कथक प्रदर्शन के लिए “नृत्य रंजनी अवार्ड” से सम्मानित किया गया।

सब-जूनियर एकल कथक वर्ग में:

कुमारी अरण्या गोयल (पुत्री श्री अशोक अग्रवाल व श्रीमती रीना अग्रवाल),

कुमारी मिशिका सहगल (पुत्री श्री संजय सहगल व श्रीमती संजना सहगल),

कुमारी मिष्टी वैष्णव (पुत्री श्री सनत वैष्णव व श्रीमती ललिता वैष्णव)
ने प्रथम स्थान प्राप्त कर शानदार प्रदर्शन किया। विशेष रूप से कु. मिष्टी वैष्णव को “दिवस का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन” सम्मान मिला तथा उन्हें आगामी कार्यक्रम में सीधी एंट्री का पुरस्कार भी प्रदान किया गया।

कुमारी त्रिवेणी शर्मा (पुत्री श्री देवेश शर्मा व श्रीमती नीलिमा शर्मा) को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।


सब-जूनियर युगल कथक वर्ग में

कुमारी तनिष्का पटनायक (पुत्री श्री संजय कुमार पटनायक व श्रीमती रश्मि पटनायक)

कुमारी काव्या सिंह राजपूत (पुत्री श्री कौशल सिंह राजपूत व श्रीमती दर्शना सिंह राजपूत)
को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ।


जूनियर वर्ग एकल कथक में

कुमारी विजेता नारायण सिंह ठाकुर,

कुमारी रावी गुप्ता,

कुमारी आद्या अग्रवाल,

कुमारी सुरनैना गुप्ता ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।


वहीं, कुमारी रिद्धिमा पांडे (पुत्री श्री आशीष पांडे व श्रीमती अमृता पांडे) ने प्रथम स्थान प्राप्त कर खूब वाहवाही बटोरी।

सीनियर वर्ग एकल कथक में सुश्री अंशिका सराफ (पुत्री श्री अशोक सराफ व श्रीमती शिखा सराफ) ने अपने प्रथम प्रयास में ही तृतीय स्थान प्राप्त कर संस्थान की गरिमा बढ़ाई।

सभी छात्राओं की प्रस्तुति गुरु श्री शरद वैष्णव के मार्गदर्शन में हुई। मंच पर तबले पर पं. सुनील वैष्णव एवं श्री शरद वैष्णव तथा गायन में श्री लालाराम लोनिया ने संगत दी।

इस अवसर पर गुरु श्री शरद वैष्णव को उनके उत्कृष्ट निर्देशन के लिए “गुरु आचार्य श्रेष्ठ सम्मान” से अलंकृत किया गया।

संपूर्ण दल की सांगीतिक यात्रा संस्था समन्वयक श्रीमती रोशनी वैष्णव के सानिध्य में सफलतापूर्वक संपन्न हुई।

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