
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के औद्योगिक नगर रायगढ़ को नई व्यापारिक दिशा मिल गई है। छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ (CCCI) की बहुप्रतीक्षित रायगढ़ इकाई का गठन गुरुवार रात्रि औपचारिक रूप से सम्पन्न हुआ। इस गठन को व्यवसायिक समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य उद्योग और व्यापार जगत की समस्याओं का समाधान करना और उनके हितों की रक्षा करना है।
संरक्षक मंडल: अनुभव और समाज सेवा का संगम
रायगढ़ इकाई के संरक्षक मंडल में शहर के प्रतिष्ठित नामों को शामिल किया गया है, जिनमें संतोष अग्रवाल (रेडक्रॉस), महेन्द्र राजपाल, संजय रतेरिया, नंदलाल मोटवानी, सुभाष अग्रवाल (मिनरल), और पवन बसंतानी जैसे अनुभवी व सम्मानित व्यवसायी शामिल हैं। इन सभी का व्यापारिक क्षेत्र में वर्षों का योगदान और सामाजिक सरोकारों में सक्रिय भूमिका रही है।
सलाहकार मंडल: युवा जोश और अनुभव का समन्वय
नवगठित सलाहकार मंडल में युवाओं और अनुभवी जनों का संतुलन देखने को मिला। भरत वलेचा, प्रांजल तामस्कर और कालिका दत्त पांडेय जैसे नामों को शामिल किया गया है, जो अपनी दूरदर्शिता और सक्रियता के लिए पहचाने जाते हैं।
कार्यकारिणी: गोपी ठाकुर के नेतृत्व में नई ऊर्जा
व्यापारिक समुदाय की एकमत सहमति से गोपी ठाकुर को पुनः रायगढ़ चेंबर का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उनके नेतृत्व में गठित कार्यकारिणी इस प्रकार है:
महामंत्री: मनीष उदासी
कोषाध्यक्ष: रवि कटारे
उपाध्यक्ष: आलोक रतेरिया, अभिलाष कछवाहा, मनोज बेरीवाल, लवली खनूजा, सुनील सोनी
मंत्रीगण: डोल नारायण देवांगन, प्रमोद अग्रवाल, अमित पोपट, ओमप्रकाश साहू, सोमेश पटेल, विनय अग्रवाल, प्रदीप ऋगी, संजय रतेरिया, राहुल मोड़ा
मीडिया प्रभारी: रतिन्दर राय
प्रदेश नेतृत्व की शुभकामनाएं और भरोसा
CCCI प्रदेश अध्यक्ष सतीश थौरानी ने पूरी टीम को बधाई देते हुए विश्वास जताया कि रायगढ़ इकाई व्यापारिक हितों की रक्षा करते हुए नवाचार, संवाद और सौहार्द के साथ कार्य करेगी। उन्होंने आशा जताई कि यह इकाई पूरे प्रदेश के लिए एक अनुकरणीय मॉडल प्रस्तुत करेगी।
व्यापारिक हलकों में उत्साह, सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं की बाढ़
नवगठित कार्यकारिणी की घोषणा होते ही शहर भर के व्यापारिक समुदाय में उत्साह की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बधाइयों का तांता लग गया और व्यापारी साथियों ने व्यक्तिगत रूप से भी मिलकर टीम को शुभकामनाएं दीं।
यह गठन न सिर्फ रायगढ़, बल्कि पूरे अंचल के व्यापारिक भविष्य को नई दिशा देने वाला कदम माना जा रहा है।