अहमदाबाद विमान हादसा: लंदन के लिए उड़ान भरते ही क्रैश हुआ एयर इंडिया का विमान, 241 की मौत, पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल

गुजरात की धरती गुरुवार को एक भीषण त्रासदी की गवाह बनी, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरते ही चंद सेकंड में क्रैश होकर आग के गोले में तब्दील हो गई। इस भयावह हादसे में 241 यात्रियों और क्रू सदस्यों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि केवल एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बच पाया। मृतकों में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं, जिनके निधन से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है।
चंद सेकंड में तबाह हुई उड़ान
एयर इंडिया की यह अंतरराष्ट्रीय उड़ान जैसे ही अहमदाबाद एयरपोर्ट से रवाना हुई, तकनीकी गड़बड़ी के चलते कुछ ही सेकंड में विमान नियंत्रण खो बैठा और पास ही स्थित एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराकर क्रैश हो गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि विमान का पिछला हिस्सा हॉस्टल की दूसरी मंजिल में जा फंसा और फिर चारों ओर आग और धुएं का कहर फैल गया।
चमत्कार से बचा एकमात्र यात्री
विश्वास कुमार रमेश, जो विमान की सीट 11A पर बैठे थे, हादसे से कुछ पल पहले ही किसी तरह विमान से बाहर निकलने में सफल रहे। वे अभी अस्पताल में उपचाररत हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अस्पताल पहुंचकर उनसे मुलाकात की।
पूर्व सीएम रूपाणी के परिवार का हाल
हादसे में जान गंवाने वाले विजय रूपाणी के पार्थिव अवशेष डीएनए जांच के बाद उनके परिवार को सौंपे जाएंगे। उनकी पत्नी और बेटी लंदन से अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं, जबकि बेटा अमेरिका से लौट रहा है। परिवार के चेहरे पर गहरा शोक छाया हुआ है।
पीएम मोदी का घटनास्थल दौरा और समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह अहमदाबाद पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और फिर अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की। इसके बाद एयरपोर्ट पर ही अधिकारियों के साथ आपात बैठक कर जांच तेज करने और पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए।
ब्लैक बॉक्स की तलाश अब भी जारी
विमान हादसे की सटीक वजह जानने के लिए ब्लैक बॉक्स की तलाश जारी है, लेकिन उसका पिछला हिस्सा हॉस्टल की इमारत में फंसे होने के कारण अब तक उसे निकाला नहीं जा सका है। जांच एजेंसियां लगातार मलबा हटाने का प्रयास कर रही हैं।
मेडिकल छात्रों की भी जान गई
इस दर्दनाक हादसे में मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के करीब 20 छात्र भी मारे गए हैं, जो हादसे के वक्त हॉस्टल में ही मौजूद थे। हादसे ने न केवल विमान के यात्रियों, बल्कि जमीन पर मौजूद कई निर्दोष लोगों की भी जान ले ली।
एयर इंडिया का राहत और सहायता तंत्र सक्रिय
एयर इंडिया ने मृतकों और घायलों के परिजनों की सहायता के लिए अहमदाबाद, मुंबई, दिल्ली और गैटविक (लंदन) एयरपोर्ट पर हेल्प डेस्क और सहायता केंद्र स्थापित किए हैं, ताकि प्रभावित परिवारों को तुरंत जानकारी और सहायता मिल सके।