5 साल बाद फिर शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा – केंद्र ने तय की 750 श्रद्धालुओं की सीमा

30 जून से अगस्त तक चलेगी यात्रा, लिपुलेख और नाथुला दोनों मार्गों से जत्थे होंगे रवाना
नई दिल्ली, 30 जून 2025।
करीब पांच साल के लंबे इंतजार के बाद आज से एक बार फिर कैलाश मानसरोवर यात्रा की शुरुआत हो गई है। यह पावन तीर्थ यात्रा इस बार लिपुलेख और नाथुला दोनों मार्गों से संचालित की जा रही है और अगस्त 2025 तक चलेगी।
केंद्र सरकार ने इस बार यात्रा में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सीमित कर दी है। जहां 2019 में 1,580 यात्री इस कठिन यात्रा का हिस्सा बने थे, वहीं इस साल कुल 750 श्रद्धालुओं को अनुमति दी गई है।
🔶 लिपुलेख मार्ग:
यात्रा के लिए 5 जत्थों का गठन किया गया है।
प्रत्येक जत्थे में 50 श्रद्धालु, कुल मिलाकर 250 यात्री लिपुलेख से यात्रा करेंगे।
इस मार्ग से यात्रा का अनुमानित खर्च ₹1.74 लाख प्रति व्यक्ति है।
🔶 नाथुला मार्ग:
इस मार्ग से 10 जत्थों में 50-50 यात्री भेजे जाएंगे।
कुल 500 श्रद्धालु नाथुला से यात्रा करेंगे।
इस मार्ग से यात्रा पर प्रति व्यक्ति खर्च ₹2.83 लाख अनुमानित है।
चीन सरकार द्वारा यात्रा शुल्क में ₹20,000 की वृद्धि की गई है।
❗ क्यों है खास यह यात्रा?
कैलाश मानसरोवर यात्रा को दुनिया की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में गिना जाता है। अत्यधिक ऊंचाई, विषम भौगोलिक परिस्थितियों और सीमित संसाधनों के बावजूद श्रद्धालुओं में इस यात्रा को लेकर अद्भुत आस्था और उत्साह देखने को मिलता है।